कोलकाता, 30 अप्रैल (आईएएनएस)। गर्म मिजाज तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार और पश्चिम बंगाल विधानसभा की निवर्तमान उपाध्यक्ष सोनाली गुहा को किसी को फोन पर यह निर्देश देते हुए कैमरे में कैद कर लिया गया कि माकपा अभिकर्ता को पीटो और बूथ से भगा दो। यह वीडियो टीवी चैनल पर प्रसारित होने के बाद गुहा शनिवार को विवाद में फंस गईं हैं।
गुहा की इस टिप्पणी का संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग (ईसी) ने उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। सोनाली गुहा पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में 24 परगना जिले के सतगछिया क्षेत्र से उम्मीदवार हैं। वह अपनी सीट बचाने के लिए चुनाव लड़ रही हैं।
उन्होंने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया था कि सतगछिया विधानसभा क्षेत्र में काशीबाती मतदान केंद्र पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) खराब होने के चलते करीब एक घंटे तक मतदान रुक जाने के बावजूद चुनाव आयोग (ईसी) ने कोई उपचारात्मक उपाय नहीं किया। वह अपने कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ विरोध में धरने पर बैठ गई थीं।
गुहा ने कहा, “यहां एक घंटे से अधिक समय से ईवीएम खराब है। इसके चलते मतदान रुका हुआ है। लेकिन चुनाव आयोग ने कोई कदम नहीं उठाया है। मैं ईवीएम मशीन बदले जाने तक धरने पर बैठी रहूंगी।”
इसके थोड़ी देर बाद किसी से मोबाइल फोन पर बात करते हुए गुहा को समाचार टीवी चैनल पर दिखाया गया, जिसमें वह कह रही हैं, “माकपा अभिकर्ता को पीटो और बूथ से भगा दो। ईवीएम में खराबी के पीछे उन्हीं लोगों के हाथ हैं।”
माकपा और कांग्रेस ने गुहा की टिप्पणी की निंदा की और उन्हें तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “उनकी टिप्पणियों के लिए गुहा को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। इतना ही नहीं ईसी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसे लोग चुनाव न लड़ पाएं।”
माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य मोहम्मद सलीम ने चौधरी के सुर में सुर मिलाया और कहा कि उनकी पार्टी ने चुनाव आयोग से शिकायत की है।
चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने कहा, “हमने गुहा की टिप्पणियों का संज्ञान लिया है और निर्वाचन अधिकारी को उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया है।”
यह कोई पहला मौका नहीं है, जब सोनाली गुहा गलत कारणों से सुर्खियों में हैं।
इससे पहले 2008, 2014 और 2015 में भी वह गलत कारणों से चर्चा में थीं।