केदारनाथ यात्रा की त्रासदी ने हम सबको हिला कर रख दिया है। ना जाने कितने लोग काल के गाल में समा गए। हमारे पूर्वजों ने कुछ ज्ञान जो अपने पूर्वजों से अर्जित किया उसे जब भी हम तक पहुंचाने की कोशिश करते हैं हम उसे अंधविश्वास समझ कर खारिज कर देते हैं लेकिन आज भी वह प्रासंगिक है। हमारी यात्रा शुभ हो इसलिए जरूरी है कि इन छोटे-छोटे उपाय को आजमा लिया जाए ताकि विपदा के बीच से भी हम सुरक्षित आ सकें।
* रविवार-
इस दिन तीर्थयात्रा प्रारंभ करते समय शकर अथवा उससे बने पदार्थ खाकर या घी अथवा उससे बने पदार्थ सेवन करके यात्रा करें तो यात्रा निर्विघ्न संपन्न होती है। यदि घी-शकर दोनों से संयुक्त व्यंजन का सेवन किया जाए तो शुभ यात्रा की संभावना प्रबल होती है।
* सोमवार- इस दिन यात्रा प्रारंभ करते समय दुग्ध या उससे बने पदार्थ या खीर खाकर अथवा दर्पण में देखकर मस्तक पर तिलक करके यात्रा करें। दोनों उपाय कर यात्रा करें तो सफल यात्रा की संभावना में वृद्धि होती है।
* मंगलवार- इस दिन गुड़ या उससे बने व्यंजन का सेवन करके यात्रा करें।
* बुधवार- इस दिन तिल या उससे निर्मित पदार्थ या राई डाले हुए पदार्थ का सेवन करें।
* गुरुवार- इस दिन दही या उससे बने पदार्थ या मिठाई खाकर या राई चबाकर यात्रा करने से अनुकूलता आती है।
* शुक्रवार- इस दिन भी दही या उससे बने पदार्थ का सेवन करके यात्रा करने से यात्रा में शुभता आती है।
*शनिवार- तिल या उससे बने पदार्थ, खिचड़ी या उड़द से तैयार पदार्थ खाकर यात्रा करने से यात्रा मंगलमयी होती है।