धर्मशाला, 17 जुलाई (आईएएनएस)| चीन में एक सप्ताह से अधिक समय पहले आत्मदाह करने वाले एक तिब्बती संन्यासी की मौत हो गई। केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (सीटीए) ने शुक्रवार को यहां यह जानकारी दी। सीटीए के मुताबिक, तिब्बत की आजादी की मांग को लेकर युलशुल स्वायत्त प्रांत में सोनम तोबग्याल (27) ने आत्मदाह कर लिया था।
आत्मदाह करने से पहले तोबग्याल ने अल्पसंख्यक कौम के राजनीतिक प्रमुखों को संबोधित करते हुए एक लेख लिख छोड़ा था। इस लेख में उसने अल्पसंख्यक कौम के खिलाफ चीनी सरकार की दमनकारियों नीतियों का उल्लेख किया है।
उसने लिखा, “तिब्बत में राजनीतिक दमन, सांस्कृतिक आत्मसात, आर्थिक रूप से हाशिये पर धकेलना, सामाजिक भेदभाव तथा पर्यावरण का विनाश महत्वपूर्ण मुद्दे हैं और यहां तक कि हमें बोलने की आजादी नहीं है।”
सीटीए के मुताबिक, साल 2009 में आत्मदाह की घटनाएं शुरू हुई थीं।
आत्मदाह करने वाले सभी की एक ही मांग थी कि तिब्बत के आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा को तिब्बत में वापस आने की मंजूरी मिले और इसे स्वायत्तता तथा पूजा करने की स्वतंत्रता मिले।
साल 1959 में तिब्बत छोड़ने के बाद से दलाई लामा भारत में रह रहे हैं।