मेलबर्न, 27 मार्च (आईएएनएस)। तस्मानिया का प्रसिद्ध तोता स्विफ्ट का हाल शीघ्र ही डोडो (मॉरीशस का विलुप्तप्राय विशालकाय पक्षी) जैसा हो सकता है। शोघकर्ताओं ने पाया है कि इस प्रजाति के तोते की आबादी में कमी आती जा रही है जिस कारण 16 सालों के भीतर यह प्रजाति विलुप्त हो सकती है।
जरनल बॉयोलॉजिकल कंजर्वेशन में प्रकाशित एक शोध में अनुमान लगाया गया है कि तोते की इस प्रजाति की आबादी हर चार साल में आधी होती जाएगी और संभावना है कि 16 सालों में यह घटकर 94.7 फीसदी रह जाए।
आस्ट्रेलियन नेशनल युनिवर्सिटी (एएनयू) के प्रवक्ता और शोध के नेतृत्वकर्ता रॉबर्ट हेनसन ने कहा, “स्विफ्ट प्रजाति के यह तोते पूर्व में किसी अन्य प्रजाति से अधिक खतरे में हैं।”
हेनसन ने कहा, “अगर ये विलुप्त हो जाते हैं तो इससे वनकर्मी, पर्यावरणविद् और अन्य लोग बुरी तरह प्रभावित होंगे।”
स्विफ्ट तोते नीले और काले गम के पेड़ के प्रमुख परागण हैं, जो कि वानिकी उद्योग के लिए महत्वपूर्ण हैं।
पांच साल तक चले इस अध्ययन में पता चला है कि स्विफ्ट तोते प्रजनन के लिए तस्मानिया के एक इलाके से दूसरे इलाके में जाते रहते हैं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि कहां पर खाना उपलब्ध है।
नए आंकड़ों को पुराने अध्ययन के साथ जोड़ दिया गया, जिससे पता चला कि स्विफ्ट तोतों का बड़े पैमाने पर सुगर ग्लाइडर द्वारा शिकार किया जाता है।
सुगर ग्लाइडर एक छोटा मांसाहारी, पेड़ों पर रहने वाला जीव है। इसे मीठा बहुत पसंद है।