वेटिकन सिटी, 8 सितम्बर (आईएएनएस)। कैथोलिक धर्मगुरु पोप फ्रांसिस तलाक प्रक्रिया के नए नियमों की घोषणा कर सकते हैं, जिसके बाद कैथोलिक दंपति वैवाहिक बंधन से मुक्त हो सकेंगे। यह जानकारी मीडिया में मंगलवार को आई रपटों से मिली।
समाचार नेटवर्क सीएनएन के मुताबिक, वेटिकन से जारी एक बयान में प्रस्तावित सुधारों के बारे में विस्तृत जानकारी तो नहीं दी गई है, लेकिन पोप ने कहा है कि मौजूदा समय में तलाक प्रकिया बेहद बोझिल और खर्चीली है। यह सालों तक खिंचती है और कई बार काफी महंगी साबित हो सकती है।
कैथोलिक चर्च सिविल तलाक को मान्यता नहीं देता, बल्कि कैथोलिक मान्यता के मुताबिक विवाह ईश्वर की ओर से तय किया गया पवित्र और स्थायी बंधन है।
विषम परिस्थितियों में सिर्फ चर्च के अधिकरणों के तहत ही विवाह रद्द किया जा सकता है। चर्च की ओर से विवाह रद्द हुए बिना जो तलाकशुदा कैथोलिक दूसरी शादी करते हैं, वह चर्च के नजर में व्यभिचारी हैं और ऐसा करने वाले को चर्च के महत्वपूर्ण कुछ संस्कारों जैसे पवित्र भोज में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाती।
पोप फ्रांसिस के नेतृत्व में चर्च एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित कर रहा है, जिसे सायनॉड नाम दिया गया है। इस बैठक में चर्च की शिक्षाओं पर चर्चा की जाएगी। अगला सायनॉड अक्टूबर में आयोजित होगा।
ऐसा माना जा रहा है कि विवाह संस्कार में सुधार और बदलावों की घोषणा चर्च में सुधार लाने की दिशा में पोप फ्रांसिस का अगला कदम होगा।