चेन्नई, 28 जनवरी (आईएएनएस)। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ.पन्नीरसेल्वम ने बुधवार को कहा कि श्रीलंकाई तमिल शरणार्थियों की स्वैच्छिक स्वदेश वापसी पर चर्चा को फिलहाल टाल देना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने का यह उपयुक्त समय नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे एक पत्र में पन्नीरसेल्वम ने कहा, “स्वैच्छिक स्वदेश वापसी की प्रक्रिया पर तभी विचार किया जा सकता है, जब श्रीलंका सरकार इस दिशा कोई ठोस व विश्वसनीय कदम उठाती है और तमिलनाडु में रह रहे श्रीलंकाई शरणार्थियों को इस बारे में पर्याप्त आश्वासन देती है, जिससे उनके मन में अपने मूल देश लौटने को लेकर भरोसा जगे।”
पन्नीरसेल्वम विदेश मंत्रालय द्वारा भेजे गए उस पत्र का जवाब दे रहे थे, जिसमें श्रीलंकाई तमिल शरणार्थियों की स्वैच्छिक स्वदेश वापसी को लेकर 30 जनवरी को एक अंतर-मंत्रालयी बैठक में शामिल होने के लिए राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी को आमंत्रित किया गया है।
पन्नीरसेल्वम ने कहा कि तमिलनाडु में वर्तमान में 34,524 परिवारों के 1,02,055 शरणार्थी हैं, जिनमें से 19,625 परिवारों के 64,924 लोगों ने 107 शरणार्थी शिविरों में शरण ले रखी है।
उन्होंने कहा, “शरणार्थियों के पुनर्वास तथा सुलह को सुनिश्चित करने के लिए श्रीलंका की नई सरकार द्वारा अपने सकारात्मक इरादों का क्रियान्वयन करना अभी शेष है। ऐसा होने के बाद ही श्रीलंका के बाहर रह रहे श्रीलंकाई शरणार्थियों का विश्वास बहाल होगा।”