चेन्नई, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। विख्यात तमिल अभिनेत्री-हास्य कलाकार मनोरमा का शनिवार को चेन्नई में निधन हो गया। वह एक हजार से ज्यादा दक्षिण भारतीय फिल्मों में अभिनय कर चुकी थीं।
अभिनेत्री के परिवार से जुड़े एक सूत्र के अनुसार, मनोरमा (78) ने एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। उन्हें दिल का दौरा पड़ा था।
1937 को तमिलनाडु के मन्नार्गुदी शहर में जन्मीं मनोरमा के बचपन का नाम गोपीशांता था। उन्होंने रंगमंचकर्मी के रूप में अपना करियर उस वक्त शुरू किया, जिस वक्त महिलाएं विरला ही नाटकों में अभिनय करती थीं।
रंगमंच के लिए ही उन्होंने अपना नाम बदलकर मनोरमा रखा। उन्हें उनके प्रशंसक प्यार से ‘आची’ पुकारा करते हैं। मनोरमा ने सिनेमाई करियर की शुरुआत तमिल फिल्म ‘मलयित्ता मांगै’ से की और उसके बाद देखते ही देखते तमिल व तेलुगू फिल्मों की स्टार बन गईं।
बेहतरीन महिला हास्य अभिनेत्रियों में से एक मनोरमा ने अपने हाव-भाव और संवाद अदायगी के जरिए स्वयं को साबित किया।
उनकी सर्वश्रेष्ठ तमिल फिल्मों में ‘अंबे वा’, ‘एथिर निचल’, ‘गलत्ता कल्याणम’, ‘चित्तूकुरुवी’, ‘दुर्गा देवी’, ‘अन्नलक्ष्मी’ और ‘इमायम’ सहित अन्य शामिल हैं।
वहीं, तेलुगू में वह ‘रिक्शावोदु’, ‘कृष्णार्जुन’ और ‘सुबोधयम’ जैसी फिल्मों में अभिनय किया।
1974 में वह हिंदी फिल्मों के मशहूर हास्य अभिनेता महमूद के साथ ‘कुंवारा बाप’ फिल्म में नजर आईं।
कलाइमामणि पुरस्कार प्राप्तकर्ता मनोरमा तमिल फिल्म ‘पुढ़ी पाड़ै'(1989) के लिए सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेत्री के राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजी गईं। उन्हें 2002 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
उनके पार्थिव शरीर को रविवार को उनके अंतिम दर्शन के लिए अस्पताल से उनके आवास पर लाया गया है।
मनोरमा के परिवार में गायक-अभिनेता बेटे बूप्ति हैं।