चेन्नई, 3 अप्रैल (आईएएनएस)। पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अंबुमणि रामदास ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तंबाकू उत्पादों के पैकेट पर सचित्र चेतावनी का आकार पूर्व के तय से 85 प्रतिशत बढ़ाने की अपील की।
पीएमके के संस्थापक सदस्य ने सिगरेट के पैकेट पर सचित्र चेतावनी बढ़ाए जाने के खिलाफ दिए जाने वाले तर्को को ‘जाहिल’ और ‘मूर्खता’ करार दिया। पीएमके, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन का घटक है।
रामदास ने मीडिया से कहा, “प्रधानमंत्री के हस्तक्षेप का यही उचित समय है। मैं उनसे स्वास्थ्य मंत्रालय को तुरंत ही सिगरेट पर सचित्र चेतावनी को 85 प्रतिशत बढ़ाने का अपना आदेश देने की अपील करता हूं।”
1 अप्रैल से तंबाकू उत्पादों पर सचित्र चेतावनी को 85 प्रतिशत बढ़ाने की दिशा में स्वास्थ्य मंत्रालय कदम बढ़ाने पर दुविधा में पड़ गया है।
रामदास ने इसका उल्लेख किया कि एक सांसद ने कहा है कि इस बारे में कोई अध्ययन नहीं है कि तंबाकू के इस्तेमाल का कैंसर से संबंध है और दूसरे सांसद ने इसी तर्क का इस्तेमाल करते हुए कहा है चीनी पर बंदिश लगनी चाहिए।
पूर्व मंत्री ने कहा कि दोनों बेवकूफी और मूर्खतापूर्ण बयान हैं और किसी वैज्ञानिक आधार के बगैर दिए गए हैं ऐसे में केंद्र सरकार को इसे तुरंत रोकना चाहिए क्योंकि देश को शर्मसार नहीं किया जा सकता।
उन्होंने उल्लेख किया कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद सहित दुनिया के जानेमाने संस्थानों ने तंबाकू के इस्तेमाल का न केवल कैंसर से बल्कि किडनी, फेफरा और दिमाग के साथ संबंधित होने पर सैकड़ों अध्ययन किए हैं।