ढाका, 10 जुलाई (आईएएनएस)। ढाका कैफे पर एक जुलाई को हमला करने वाले छह इस्लामवादी हमलावरों में से पांच के शव रविवार को भी यहां के मुर्दाघर में पड़े रहे, क्योंकि उन पर दावा करने को कोई नहीं आया। हमले में 22 लोगों की मौत हो गई थी।
दैनिक अखबार ‘दी डेली स्टार’ के मुताबिक, होले आर्टिजन बेकरी में मारे गए आतंकवादियों के शव ढाका स्थित संयुक्त सैन्य अस्पताल के मुर्दाघर में थे। दावा किया जाता है कि ये आतंकवादी इस्लामिक स्टेट (आईएस) के थे।
पांच आतंकवादियों की पहचान निब्रास इस्लाम, रोहन इम्तियाज, मीर सबेह मुबसीर, खरउल इस्लाम पायल और सैफउल इस्लाम के रूप में हुई थी, जबकि एक की पहचान अभी नहीं हो पाई है। इन आतंकवादियों में अधिकांश संपन्न परिवारों से थे।
पुलिस ने कहा कि केवल सैफउल इस्लाम का परिवार अंतिम संस्कार के लिए उसका शव लेना चाहता है, लेकिन इस संबंध में कानून लागू करने वालों को अभी तक लिखित अर्जी नहीं मिली है।
सैफउल इस्लाम कैफे में रसोइये के रूप में काम कर रहा था, जिस पर युवा आतंकियों ने एक जुलाई की रात ‘अल्ला हु अकबर’ बोलते हुए धावा बोला था।
ढाका के गुलशन राजनयिक एन्क्लेव स्थित कैफे पर हमला करने वाले सात आतंकवादी थे। आतंकियों ने रात्रि का भोजन कर रहे लोगों और कर्मचारियों को बंधक बनाने के थोड़ी देर बाद 22 लोगों की हत्या कर दी थी, जिनमें 18 विदेशी नागरिक और 2 पुलिस अधिकारी शामिल थे।
कैफे की 12 घंटे की घेरेबंदी के बाद अगले दिन सुरक्षा बलों ने छह आतंकियों को मार गिराया था और एक को जीवित पकड़ लिया था।