नई दिल्ली, 15 सितम्बर (आईएएनएस)। स्पेन की दिग्गज महिला टेनिस खिलाड़ी कोंचिता मार्टिनेज टेनिस में सक्रिय रहने के दौरान सिर्फ एक ग्रैंड स्लैम खिताब जीत पाईं, लेकिन बतौर डेविस कप कप्तान अब वह स्पेन को डेविस कप खिताब जिताकर उस कमी को पूरा करना चाहती हैं।
नई दिल्ली, 15 सितम्बर (आईएएनएस)। स्पेन की दिग्गज महिला टेनिस खिलाड़ी कोंचिता मार्टिनेज टेनिस में सक्रिय रहने के दौरान सिर्फ एक ग्रैंड स्लैम खिताब जीत पाईं, लेकिन बतौर डेविस कप कप्तान अब वह स्पेन को डेविस कप खिताब जिताकर उस कमी को पूरा करना चाहती हैं।
कोंचिता 1994 में विंबल्डन में महिला एकल वर्ग की चैम्पियन रह चुकी हैं, जहां उन्होंने अमेरिकी दिग्गज मार्टिना नवरातिलोवा को फाइनल में मात दी थी।
इसके अलावा वह 1998 में आस्ट्रेलियन ओपन और 2000 में फ्रेंच ओपन में उप-विजेता रहीं।
भारत के खिलाफ डेविस कप वर्ल्ड ग्रुप प्लेऑफ मुकाबला खेलने आई स्पेनिश टीम की गैर-प्रतिस्पर्धी कप्तान एवं पूर्व दूसरी विश्व वरीयता प्राप्त कोंचिता अब बतौर कोच सफलता अर्जित करना चाहती हैं।
कोंचिता ने डेविस कप की तैयारियों में जुटी स्पेनिश टीम के अभ्यास सत्र के दौरान बुधवार को आईएएनएस को दिए साक्षात्कार में कहा, “मैं टेनिस में सक्रिय रहने के दौरान यदि और खिताब जीत पाती तो अच्छा रहता। मैंने खेलते हुए विंबलडन जीता, हालांकि मैं और ग्रैंड स्लैम खिताब जीतना चाहती थी।”
कोंचिता ने कहा, “लेकिन अब मैं कोच बन चुकी हूं। मैं एक खिलाड़ी के तौर पर जितनी सफल रही उससे कहीं अधिक सफलता बतौर कोच अर्जित करना चाहती हूं। हमारा मुख्य लक्ष्य डेविस कप वर्ल्ड ग्रुप में वापसी करना है और उम्मीद है हम डेविस कप खिताब भी जीतें।”
44 वर्षीय कोंचिता को स्पेन की फेड कप का भी गैर प्रतिस्पर्धी कप्तान नियुक्त किया गया है और कोच के तौर पर अपने करियर का वह इन दिनों लुत्फ उठा रही हैं।
कोंचिता ने कहा, “यह बिल्कुल जुदा अहसास है। अब मुझे पता है कि खिलाड़ी के तौर पर मेरी वापसी संभव नहीं है, इसलिए मैं कोच की अपनी जिम्मेदारियों का लुत्फ उठा रही हूं। हमारे पास राफेल नडाल और डेविड फेरर जैसे धुरंधर खिलाड़ियों से लैस बेहतरीन टीम है, जिससे मेरा काम काफी आसान हो जाता है।”
कोंचिता ने हालांकि यह भी स्वीकार किया कि भारत के खिलाफ डेविस कप में खेलते हुए स्पेनिश खिलाड़ियों को दिल्ली की गर्मी परेशान करेगी। साथ ही उन्होंने अभ्यास के दौरान तेजी से भारतीय वातावरण में खुद को ढाल रहे अपनी टीम के खिलाड़ियों की मेहनत पर खुशी भी जाहिर की।
उन्होंने कहा, “यहां का वातावरण काफी कठिन है। हमें इतनी गर्मी की आदत नहीं है। लेकिन हम अपने अभ्यास को लेकर खुश हैं। यहां टेनिस कोर्ट वास्तव में काफी अच्छे हैं। मुझे खुशी है कि मेरी टीम के खिलाड़ी तेजी से यहां के वातावरण और कोर्ट के हिसाब से खुद को ढाल रहे हैं।”
स्पेनिश टीम बीते कुछ वर्षो से डेविस कप वर्ल्ड ग्रुप से बाहर ही रही है और वर्ल्ड ग्रुप प्लेऑफ मुकाबलों में भी उसे ब्राजील और जर्मनी के हाथों हार झेलनी पड़ी है।