ब्रिजटाउन (बारबाडोस), 26 जनवरी (आईएएनएस)। सेंट विंसेंट एवं गेनेजियन्स के प्रधानमंत्री राल्फ गोंजाल्वेज ने वेस्टइंडीज क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (डब्ल्यूआईसीबी) के अध्यक्ष डेव कैमरन के नेतृत्व को कमजोर और शर्मनाक बताते हुए कहा कि उन्हें इस पद से या तो इस्तीफा दे देना चाहिए अन्यथा उन्हें बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए।
सीएमसी की रपट के अनुसार, गोंसाल्वेस ने यह बात रविवार को कही, जिसका संबंध हाल में खिलाड़ियों के करार से संबंधित गतिरोध से निपटने के कैमरन के तौर-तरीके से है। यह गतिरोध एक विवादित सहमति पत्र (एमओयू) के परिणामस्वरूप पैदा हुआ था, और उसके कारण वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम भारत दौरा बीच में छोड़ स्वदेश लौट गई थी।
गोंसाल्वेस की यह टिप्पणी इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि छह सप्ताह बाद डब्ल्यूआईसीबी की वार्षिक आम बैठक होने वाली है, जहां कैमरन पद पर दोबारा निर्वाचन का प्रयास करेंगे।
समाचार पत्र नेशन न्यूज में प्रकाशित रपट के अनुसार, गोंसाल्वेस ने कहा, “मुझे आशा है कि इस क्षेत्र के संबंधित बोर्ड उन्हें अवकाश पर जाने और अधिक परिपक्व ता, नए नेतृत्व कौशल के साथ कुछ समय बाद आने के लिए कहेंगे।”
उन्होंने कहा, “मैं समझता हूं कि इस संबंध में उनका नेतृत्व अत्यंत कमजोर रहा है और दुनिया के समक्ष हमें शर्मसार किया है। मुझे कुछ तथ्य पता चले हैं, जिसके आधार पर मैं इस नतीजे पर पहुंचा हूं कि भारत दौरा बीच में समाप्त होने के लिए उनका नेतृत्व जिम्मेदार रहा है।”
उन्होंने कहा, “और मैं मानता हूं कि उनकी पूरी जिम्मेदारी बनती है और उन्हें अपना पद छोड़ देना चाहिए।”
गौरतलब है कि मुखर गोंसाल्वेस ने उस गतिरोध को सुलझाने की कोशिश में एक केंद्रीय भूमिका निभाई थी, जो वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों द्वारा एकदिवसीय भारत दौरा बीच में छोड़ने के बाद पैदा हुआ था। खिलाड़ियों ने यह कदम पिछले अक्टूबर में धर्मशाला में चौथे एकदिवसीय के बाद उठाया था।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इस घटना के लिए डब्ल्यूआईसीबी को जिम्मेदार ठहराया था और इसके लिए 4.20 करोड़ डॉलर क्षतिपूर्ति का दावा किया था।
पिछले सप्ताह बीसीसीआई ने डब्ल्यूआईसीबी को चेतावनी दी थी कि या तो मंगलवार तक मुआवजे का भुगतान किया जाए अन्यथा कानूनी कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार रहें।