ठाणे, 4 अगस्त (आईएएनएस)। महाराष्ट्र के ठाणे में मंगलवार तड़के एक तीन मंजिला इमारत के ढह जाने से 11 लोगों की मौत हो गई।
एक अधिकारी ने बताया कि नौपाडा इलाके में स्थित 50 साल पुरानी कृष्णा निवास इमारत सोमवार आधी रात के बाद लगभग 2.30 बजे धराशयी हो गई, जब लोग गहरी नींद में सो रहे थे।
एक व्यक्ति ने संवाददाताओं को बताया, “हम सब सो रहे थे। अचानक फर्श धंसने लगी और इससे पहले कि हम सुरक्षित बाहर निकल पाते, इमारत तेज आवाज के साथ धराशयी हो गई।”
बचाव कर्मियों ने पांच लोगों को बचाया है, लेकिन मलबे के नीचे अब भी छह और लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। बचावकर्मी उन्हें ढूंढने की कोशिशों में जुटे हैं।
मृतकों में से सात महिलाएं हैं। मरने वालों में ज्यादातर भट्ट एवं सावंत परिवार के लोग हैं।
ठाणे के जिलाधिकारी अश्विनी और गार्जियन मंत्री एकनाथ शिंदे बचाव एवं राहत कार्य की निगरानी के लिए घटनास्थ पर पहुंचे।
बचाव कर्मी घायलों की मदद में तत्परता से जुटे हुए हैं।
ठाणे के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि इमारत पुरानी थी, लेकिन यह जर्जर अवस्था में नहीं थी। उन्होंने कहा कि हादसे का कारण विस्तृत जांच के बाद ही पता चल पाएगा।
ठाणे में एक सप्ताह के अंदर इमारत ढहने का यह दूसरा मामला है। इससे पहले 29 जुलाई को मातृछाया भवन ढहने की घटना में नौ लोगों की मौत हो गई थी और पांच लोग घायल हुए थे।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र अवहद ने इमारत गिरने के दोनों हादसों पर चिंता जताई और घटनाओं की वैज्ञानिक जांच कराए जाने की मांग की।
वहीं, शिंदे ने कहा कि इस तरह के हादसों को रोकने का एकमात्र तरीका यह है कि जल्द से जल्द पुरानी और जर्जर इमारतों की मरम्मत शुरू कर दी जाए।