अनिल सिंह (भोपाल)- यह दृश्य है भोपाल के लाट-साहबों के रहवासी क्षेत्र चार-इमली स्थित जवाहर बाल-उद्यान की झील का.
यहाँ सुबह राजधानी परियोजना विभाग के अंतर्गत आने वाले उद्यान और वर्षों से संरक्षण का इन्तजार करती झील है.इस झील में सुबह-सुबह देश के भविष्य अभिसेख उम्र 10 वर्ष और संजू उम्र 8 वर्ष नंगे बदन ठिठुरते हुए कमल के फूल झील में से निकालते हैं और उसे बेचने जाते हैं.
यह सुविधा उन्हें वहां लगे सुरक्षा गार्डों की सुरक्षा में दी जाती है जो की उत्तम नामक व्यक्ति उन्हें उपलब्ध करवाता है.बच्चों ने भोलेपन से बताया की इसके बदले उन्हें झील के अन्दर का कचरा बाहर निकालने को उस उत्तम ने कहा है.
यह झील वर्षों से संरक्षण की बाट जोह रही है लेकिन झील संरक्षण के खर्चीले कार्यक्रमों के बाद भी आज तक कुछ नहीं हुआ.अभी कुछ महीनों पहले लाखों खर्च कर एक कार्यशाला और बड़ी झील से पास कार्यक्रम करवाया गया था लेकिन सभी उसे भूल गए और अधिकारी भी माल खा पचा गए.
हमने जब झील के संरक्षण के सम्बन्ध में क्या कोई कार्यक्रम है यह उप सचिव स्तर के अधिकारी से पुछा तो उन्होंने भी अनभिज्ञता प्रगट की.देखना यह है की लाखों खर्च कर के भी प्रशासन कब चेतता है इस पुनीत कार्य के लिए और बच्चों को मामा कब भांजे के रूप में स्वीकार करता है.