ट्रेन के कोच एचए-1 में वी.के. वर्मा ड्यूटी कर रहे थे। ट्रेन हजरत निजामुद्दीन से झांसी की ओर आ रही थी। ट्रेन झांसी पहुंचने ही वाली थी कि इसी दौरान अचानक हार्ट अटैक आने से वर्मा अचेत हो गए।
जानकारी मिलने पर डिप्टी एसएस ए.के. ठाकुर रेलवे डॉक्टर के साथ प्लेटफार्म पर पहुंचे और मामले की जानकारी कर कोच कंडक्टर का परीक्षण कराया। हालत गंभीर होने के कारण कोच कंडक्टर को रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई।