हनोई, 28 फरवरी (आईएएनएस)। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने गुरुवार को कहा कि अगर वह परमाणु निरस्त्रीकरण करने के लिए तैयार नहीं होते तो वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ इस शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होते।
वियतनाम के हनोई में दोनों नेताओं के बीच हुआ दूसरा शिखर सम्मेलन सिंगापुर में इनके बीच की बैठक के आठ महीने बाद हुआ है। ऐसा माना जा रहा है कि वे कोरियाई प्रायद्वीप से परमाणु हथियार हटाने के लिए एक रोडमैप पर चर्चा कर रहे हैं और कोरियाई युद्ध को समाप्त करने के लिए एक औपचारिक संधि की घोषणा भी कर सकते हैं।
‘बीबीसी’ की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने किसी बड़ी सफलता की उम्मीदों को सीमित करने की कोशिश करते हुए कहा कि इस सौदे में ‘कोई जल्दी नहीं’ है।
लेकिन जब किम ने एक रिपोर्टर से कहा कि ‘अगर वह परमाणु निरस्त्रीकरण करने के लिए तैयार नहीं होते तो यहां नहीं होते’, इस पर ट्रंप ने कहा, “यह शायद सबसे अच्छा जवाब है जो आपने कभी सुना हो।”
ट्रंप इस दौरान हालांकि अपने आखिरी शिखर सम्मेलन की सफलता और प्रगति पर संदेह व्यक्त करते हुए कहते हैं कि वह ‘सही सौदा’ प्राप्त करना चाहते थे।
ट्रंप ने कहा, “मैं शुरू से ही कहता रहा हूं कि गति मेरे लिए महत्वपूर्ण नहीं है। मैं परमाणु रॉकेटों, मिसाइलों या इनमें से किसी का भी परीक्षण न करने की बहुत सराहना करता हूं।”
उन्होंने यह भी कहा कि वह किम का बहुत सम्मान करते हैं।
इस बीच एक विदेशी रिपोर्टर द्वारा पूछे गए पहले सवाल का जवाब देते हुए किम ने कहा, “यह बताना जल्दबाजी होगी, लेकिन मुझे लगता है कि अच्छे परिणाम सामने आएंगे।”
इस सम्मेलन में दोनों नेताओं के साथ उनके सलाहकार मौजूद थे। अमेरिकी पक्ष से विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ मिक मलवनी थे। वहीं, किम के साथ उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री री योंग-हो और वरिष्ठ अधिकारी किम योंग चोल मौजूद हैं।
ट्रंप ने कहा कि उन्हें किम के साथ ‘बहुत सफल’ शिखर सम्मेलन की उम्मीद है और उनका रिश्ता बहुत खास है।
उत्तर कोरियाई नेता ने कहा कि दोनों के बीच एक बहुत ही दिलचस्प बातचीत होगी और उम्मीद है कि हनोई शिखर सम्मेलन से निकले परिणाम का सभी स्वागत करेंगे।