हैदराबाद, 2 सितम्बर (आईएएनएस)। तेलंगाना में आगामी विधानसभा चुनाव की चर्चाओं के बीच सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) द्वारा रविवार को यहां से नजदीक कोंगारा कलां में आयोजित एक जनसभा में राज्यभर से हजारों लोग पहुंचे हैं।
पीले झंडे हाथों लिए और पीले रूमाल बांधे पार्टी कार्यकर्ता जनसभा स्थल पर पहुंच कर पार्टी की ताकत दिखा रहे हैं।
पार्टी ने दावा किया है कि जनसभा में 25 लाख लोग पहुंचेंगे, जो देश में किसी भी राजनीतिक पार्टी की जनसभा में अबतक की सर्वाधिक भीड़ होगी।
राज्य के सभी 31 जिलों से पुरुषों और महिलाओं को लेकर बसें, वैन, ट्रैक्टर ट्रॉलियां और कारें रंगा रेड्डी जिले में पड़ने वाले जनसभा स्थल की ओर बढ़ रही हैं। हैदराबाद, रंगा रेड्डी और आस-पास के जिलों के हजारों कार्यकर्ताओं को जनसभा स्थल की ओर मोटर साइकिलों से आते देखा गया।
मुख्यमंत्री और टीआरएस अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव पहली बार प्रगति निवेदना (प्रगति रिपोर्ट) जनसभा को संबोधित करेंगे। मुख्यमंत्री प्रदेश मंत्रिमंडल की एक बैठक को संबोधित करने के बाद यहां पहुंचेंगे। बैठक में विधानसभा भंग करने पर निर्णय लिया जा सकता है।
बैठक में विभिन्न समुदायों को लाभान्वित करने वाली प्रमुख योजनाएं भी पारित हो सकती हैं।
जनसभा में राव राज्य सरकार की पिछले चार साल की उपलब्धियां जनता को बताएंगे।
टीआरएस ने जनसभा स्थल की ओर जाने वाली सड़कों और सभी चौराहों को बैनर, झंडों, राव के कट-आउट, बिल बोर्ड, गुब्बारों और वंदनवारों से पाटकर शहर को गुलाबी रंग में रंग दिया है।
आधिकारियों ने कहा कि लोगों को जनसभा स्थल तक ले जाने के लिए राज्य सरकार की तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम की 10,600 बसों में से 7,200 बसों को तैनात कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त सैकड़ों निजी वाहन भी तैनात हैं।
लगभग 2,000 एकड़ में फैले जनसभा स्थल में एक मजबूत सुरक्षा घेरा बनाया गया है। जनसभा स्थल पर 2,000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
यातायात जाम की संभावना को देखते हुए राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा जाने वालों को वैकल्पिक मार्गो से जाने की सलाह दी गई है।
हैदराबाद महानगर विकास प्राधिकरण ने रविवार को वाहनों से टोल टैक्स नहीं बसूलने का निर्णय लिया है। इस फैसले का सरकार ने विरोध किया है।
विपक्षी पार्टियों ने टीआरएस पर राजनीतिक बैठक के लिए आधिकारिक तंत्र का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है, लेकिन कैबिनेट मंत्री और राव के बेटे के.टी. रामाराव ने सभी आरोपों को नकार दिया है।
उन्होंने कहा कि यात्रा और भोजन का पूरा खर्चा बैठक में आने वालों ने उठाया है और पार्टी ने सिर्फ कर्मियों की तैनाती की जिम्मेदारी ली है।