रांची, 21 दिसम्बर- झारखंड में शनिवार को संपन्न हुए विधानसभा चुनाव के बाद आए सर्वेक्षणों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बहुमत मिलने की संभावना जताई जा रही है, लेकिन भाजपा राज्य में किसे अपना मुख्यमंत्री बनाएगी इस पर अभी भी संशय बना हुआ है। मतदान के बाद हुए अधिकांश सर्वेक्षणों में भाजपा को 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में पूर्ण बहुमत मिलने की संभावना जताई गई है।
भाजपा के प्रदेश स्तरीय नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी हालांकि अभी नहीं पता है कि भाजपा अगर सरकार बनाने की स्थिति में आती है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह किसे राज्य की बागडोर सौंपेंगे।
भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री प्रत्याशी के प्रबल दावेदारों में पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा और भाजपा उपाध्यक्ष रघुबर दास को माना जा रहा है।
राज्य में तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके मुंडा ने आईएएनएस से कहा, “मेरी भूमिका के बारे में पार्टी ही तय करेगी। केंद्रीय नेतृत्व इसका निर्णय करेगा।”
विशेषज्ञों का कहना है कि चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन के आधार पर मोदी अपना निर्णय लेंगे। अगर भाजपा पूर्ण बहुमत हासिल कर लेती है तो मोदी किसी गैर आदिवासी नेता को राज्य की बागडोर सौंप सकते हैं।
कुछ का कहना है कि मोदी सरकार के मंत्रालय में झारखंड का प्रतिनिधत्व करने वाले दो मंत्री- सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री सुदर्शन भगत और वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा- भी राज्य के मुख्यमंत्री पद की दौड़ में हैं।
मोदी और शाह ने राज्य में चुनाव प्रचार की कमान संभाली तथा शाह ने राज्य भर में 20 से अधिक रैलियां की।
मंगलवार को होने वाली मतगणना के साथ राज्य की नई सरकार के भाग्य का फैसला सामने आएगा।