स्मार्ट सिटी के दायरे में झांसी के आने के बाद नगर निगम को जिम्मेदारी दी गई कि वह नगर वासियों से राय लेकर डाटा फीडिंग कराए, ताकि पता चल सके कि नगर को स्मार्ट सिटी बनने पर लोगों की क्या राय है।
प्रावधान के अनुसार, अगर वोटिंग का प्रतिशत कम रहा तो झांसी स्मार्ट सिटी नहीं बन पाएगा। पूर्व में नगर निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों ने वार्डो में शिविर लगाकर तथा घर-घर जाकर लोगों को वोटिंग के लिए प्रेरित किया। लेकिन अपेक्षाकृत वोटिंग काफी कम हुई।
इधर, नगर आयुक्त अरुण प्रकाश ने नगरवासियों से स्मार्ट सिटी बनाने में सहयोग करने की अपील की है।
उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि झांसी के स्मार्ट सिटी बनने से लोगों काफी सुविधाएं मिलेंगी, उनकी कई समस्याओं का स्वत: हल हो जाएगा।
अरुण प्रकाश ने कहा, “बेहतर सुविधा और स्वच्छ वातावरण के लिए हमें सभी नगरवासियों से सहयोग की अपेक्षा है। सभी नगरवासी नगर की बेहतरी के लिए ज्यादा से ज्यादा वोट करें, जिससे आपका यह शहर स्मार्ट सिटी बन सके।”
वहीं महापौर किरन वर्मा ने कहा कि स्मार्ट सिटी के लिए जन जागरूकता जरूरी है। उन्होंने भी लोगों से वोट करने की अपील की और कहा कि जनता का दिया वोट झांसी के लिए वरदान साबित होगा।
उन्होंने कहा कि नगर निगम ने कई स्थानों पर ऑनलाइन वोटिंग की व्यवस्था की है। नगरवासी आकर इस अभियान में अपना सहयोग दें, जिससे उनके बेहतर भविष्य के लिए तैयार की जा रही योजना को मूर्त रूप दिया जा सके।