पटना, 4 मई (आईएएनएस)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद की अनुपस्थिति में इस लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रचार अभियान की कमान संभाल चुकी बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने शनिवार को राज्य के लोगों के लिए एक खुला पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने लालू प्रसाद को जेल में प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।
लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी ने पत्र में लिखा है कि लालू प्रसाद को तानाशाहों द्वारा बार-बार इसीलिए प्रताड़ित किया जा रहा है, क्योंकि उन्होंने वंचित, उपेक्षित और उत्पीड़ित वर्गो की लड़ाई लड़ी। वह समाज में समानता लेकर आए।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, “देश में बड़े से बड़े घोटाले हुए पर कब किस मुख्यमंत्री को साजिश का बहाना बनाकर फंसाया गया।”
राबड़ी ने आगे कहा, “एक ही मुख्यमंत्री के कार्यकाल में हुए घोटाले को पहले अप्रत्याशित रूप से अलग-अलग केस (मामले) बनाकर अलग-अलग सजा सुनाई गई और सारी सजाओं को एक साथ चलने के बजाय एक के बाद एक चलने का फरमान सुनाया गया। जब इतने से भी मन नहीं भरा तो चिंतनीय स्वास्थ्य के आधार पर जमानत के रास्ते बंद कर दिए गए।”
उन्होंने पत्र में आरोप लगाया है कि लालू प्रसाद को जेल मैन्युअल और मानवाधिकार का हनन करते हुए किसी से मिलने नहीं दिया जा रहा है। पूरे परहेज से बनाया हुआ घर का खाना खाने नहीं दिया जा रहा। दस कदम दूर जांचघर में उनके स्वास्थ्य संबंधी सूचक जानने के लिए उनके सैम्पल नहीं भेजे जा रहे।
उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दोषी बताते हुए कहा, “अगर नीतीश कुमार और मोदी का वश चले तो लालू जी को कल ही फांसी चढ़ा दें। जनता असहाय और मूकदर्शक नहीं है। जनता सब जान रही है। अभी हम जनता की अदालत में हैं और जनता लालूजी के साथ हो रहे अत्याचारों का बदला लेगी।”
उल्लेखनीय है कि चर्चित चारा घोटाला के कई मामले में लालू प्रसाद इन दिनों झारखंड के एक जेल में सजा काट रहे हैं। स्वास्थ्य कारणों से वे इन दिनों रांची के एक अस्पताल में भर्ती हैं।