नई दिल्ली, 17 जून (आईएएनएस)। परिचालन बंद कर चुकी एयरलाइन कंपनी जेट एयरवेज के भविष्य पर निराशा के बादल छाए हुए हैं, क्योंकि सोमवार को भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई में कर्जदाताओं ने एयरलाइन के खिलाफ दिवाला की कार्यवाही शुरू करने का फैसला किया।
नई दिल्ली, 17 जून (आईएएनएस)। परिचालन बंद कर चुकी एयरलाइन कंपनी जेट एयरवेज के भविष्य पर निराशा के बादल छाए हुए हैं, क्योंकि सोमवार को भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई में कर्जदाताओं ने एयरलाइन के खिलाफ दिवाला की कार्यवाही शुरू करने का फैसला किया।
कंपनी के खरीददार तलाशने के सभी प्रयास विफल होने के बाद यह फैसला किया गया।
जेट के दोबारा चालू होने की उम्मीद धूमिल होने के चलते कंपनी का शेयर बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर सोमवार को करीब 20 फीसदी लुढ़कने के बाद सत्र के आखिर में 13.75 रुपये यानी 16.76 फीसदी की गिरावट के साथ 68.30 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ।
जेट के शेयर में लगातार 11वें दिन गिरावट जारी रही, जिसके बाद इसका मूल्य 50 फीसदी से ज्यादा घट गया है।
कर्जदाता अपने 8,500 करोड़ रुपये के बकाये की वसूली के लिए अब ऋण शोधन अक्षमता व दिवाला संहिता (आईबीसी) के तहत राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के पास जाएंगे।
एसबीआई के एक अधिकारी ने बताया, “जेट एयरवेज के संबंध में आगे का मार्ग तलाशने पर विचार करने के लिए आज (सोमवार) कर्जदताओं की बैठक हुई। विचार-विमर्श के बाद कर्जदाताओं ने आईबीसी के तहत समाधान तलाशने का फैसला किया।”
एसबीआई की अगुवाई में कर्जदाता आईबीसी के बाहर जेट एयरवेज का समाधान तलाशने की कोशिश में जुटे रहे, लेकिन अब उन्होंने आईबीसी की प्रक्रिया के तहत समाधान तलाशने का फैसला किया है।
एयरलाइन के खिलाफ दिवाला कार्यवाही शुरू करने के फैसले पर एसबीआई प्रवक्ता की ओर से आधिकारिक प्रतिक्रिया आने का इंतजार है।