नई दिल्ली, 19 फरवरी (आईएएनएस)। राष्ट्रीय राजधानी में सैकड़ों की संख्या में वकीलों ने पटियाला हाउस अदालत परिसर से इंडिया गेट तक मार्च किया और जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के उन विद्यार्थियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जिन्हें उन्होंने ‘राष्ट्र-विरोधी’ करार दिया है।
अदालत परिसर में सोमवार को जेएनयू के विद्यार्थियों व पत्रकारों पर हमले में कथित तौर पर शामिल विक्रम चौहान व यशपाल सिंह के नेतृत्व में प्रदर्शनकारी वकीलों ने ‘देश के गद्दारों को मत छोड़ना’ और ‘वंदे मारतम’ के नारे लगाए और उन विद्यार्थियों को ‘राष्ट्र-विरोधी’ करार दिया।
जेएनयू के विद्यार्थी छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार को रिहा करने की पहले ही मांग कर चुके हैं, जिन्हें जेएनयू परिसर में नौ फरवरी को राष्ट्र-विरोधी नारे लगाने के बाद राष्ट्रद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था।
वकीलों के मार्च का आयोजन दिल्ली के सभी जिला अदालतों के बार एसोसिएशन की समन्वय समिति द्वारा किया गया था।