सीडीसी ने एक बयान में कहा कि वे मौजूदा सबूतों की वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ सावधानीपूर्वक समीक्षा करने के बाद इस नतीजे पर पहुंचे हैं।
अमेरिकी एजेंसी के निदेशक टॉम फ्रीडन ने बताया, “यह शोध जीका के प्रकोप के लिए महत्वपूर्ण बिंदू है। अब स्पष्ट हो चुका है कि माइक्रोसेफेली रोग जीका के कारण ही होता है।”
उन्होंने बताया, सीडीसी कुछ अन्य अध्ययनों की भी शुरुआत कर रहा है, जो माइक्रोसेफेली और ऐसे अन्य रोगों के कारणों को अधिक स्पष्ट कर सकेंगे।
‘न्यू इंगलैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन’ में प्रकाशित सीडीसी की शोध रिपोर्ट के अनुसार, जीका वायरस संक्रमित गर्भवती महिला की संतान में इस तरह की स्वास्थ्य समस्याएं होने की प्रबल आशंकाएं होती हैं। हालांकि इसका अर्थ यह नहीं है कि सभी संक्रमित गर्भवती महिलाओं की संतान रोगग्रस्त ही होंगी।
सीडीसी के बयान के अनुसार, “जीका के मौजूदा प्रकोप के दौरान हमने कुछ ऐसे मामले भी देखे हैं, जिनमें कुछ संक्रमित महिलाओं ने पूरी तरह स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है।”
रिपोर्ट में सीडीसी के हवाले से कहा गया है, “इन सवालों का जवाब ढूंढने से हमें गर्भावस्था के दौरान जीका के प्रभाव को कम या खत्म करने में मदद मिलेगी।”