शिलांग, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)। प्रतिबंधित आतंकी संगठन गारो नेशनल लिबरेशन आर्मी (जीएनएलए) ने गुरुवार को अगवा सरकारी अधिकारी की रिहाई के लिए पश्चिमंी मेघालय में विद्रोहियों के खिलाफ जारी कार्रवाई को रोकने की शर्त रखी।
सशस्त्र जीएनएलए विद्रोहियों ने विकास खंड अधिकारी (बीडीओ) जूड रांगकू टी. संगमा को अगवा किया हुआ है। उन्होंने संगमा को दक्षिण गारो हिल्स जिले के दिगांग्रे इलाके से अगवा किया था।
जीएनएलए के प्रवक्ता गारो मान्देई मारक ने एक ई-मेल में कहा है, “सरकार एक हफ्ते के अंदर गारो हिल्स क्षेत्र में हमारे और अन्य (आतंकी संगठनों) के खिलाफ कार्रवाई रोके। अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम (जीएनएलए) मेघालय के अगवा सरकारी अधिकारी संगमा को इसी हफ्ते ऐसी जगह ले जाकर मारेंगे कि उसका शव भी अंत्येष्टि के लिए नहीं मिलेगा।”
मेघालय सिविल सेवा के अगवा अधिकारी संगमा की तैनाती विद्रोहियों का गढ़ माने जाने वाले चोकपोट ब्लॉक में थी। बीते दो साल में उन्हें जीएनएलए की तरफ से कई धमकियां और उगाही की चेतावनियां मिलीं, लेकिन उन्होंने इनकी परवाह नहीं की।
बीडीओ के अगवा से पहले खुफिया ब्यूरो के अफसर विकास कुमार सिंह और व्यापारी कमला साहा को एक अन्य आतंकी संगठन ने अगवा किया और इनकी हत्या कर दी थी।
पुलिस महानिरीक्षक (पश्चिमी क्षेत्र) एफ.डी. संगमा ने आईएएनएस से कहा, “तलाशी अभियान जारी है।”
बीडीओ के परिवार के एक सदस्य ने नाम न बताने की शर्त पर आईएएनएस से कहा कि उनके पास फिरौती के लिए कोई फोन नहीं आया है।
जीएनएलए मेघालय के पश्चिमी क्षेत्र में एक अलग गारोलैंड के लिए लंबी लड़ाई लड़ रहा है।