नई दिल्ली, 1 मार्च (आईएएनएस)। देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि या कमी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में चढ़ाव-उतार से तय होती है, क्योंकि भारत अपनी खपत का तकरीबन 80 फीसदी तेल आयात करता है। मगर, पेट्रोल का खुदरा मूल्य इस समय कच्चे तेल के दाम के आधार पर निर्धारित बेस प्राइस के दोगुने से भी ज्यादा है और डीजल की खुदरा कीमत भी इसके बेस प्राइस के डेढ़ गुने से ज्यादा है।
उदाहरण के तौर पर शुक्रवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों के निर्धारण को देखा जा सकता है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन की वेबसाइट पर 16 जनवरी के बाद पेट्रोल और डीजल के निर्धारण के गणित को अपडेट किया गया है।
दिल्ली में पेट्रोल का भाव शुक्रवार को 71.81 रुपये और डीजल का 67.12 रुपये लीटर हो गया, जबकि कच्चे तेल की कीमतों के आधार पर पेट्रोल का मूल भाव यानी बेस प्राइस देश की राजधानी में महज 34.62 रुपये लीटर और डीजल का 40.55 रुपये प्रति लीटर है।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, एक मार्च, 2019 को पेट्रोल का बेस प्राइस दिल्ली में 34.62 रुपये प्रति लीटर है। इसमें परिवहन व अन्य लागत 39 पैसे लीटर जुड़ने के बाद डीलर को एक लीटर पेट्रोल 35.01 रुपये में मिलता है। इसके बाद इस पर 17.98 रुपये प्रति लीटर की दर से उत्पाद शुल्क, 3.55 रुपये प्रति लीटर डीलर का कमीशन जोड़ने के बाद 15.27 रुपये प्रति लीटर वैट लगाने पर देश की राजधानी में पेट्रोल का भाव शुक्रवार को 71.81 रुपये लीटर हुआ है।
इसी प्रकार डीजल के दाम के गणित को भी समझा जा सकता है :
एक मार्च, 2019 को दिल्ली में डीजल का बेस प्राइस 40.55 रुपये लीटर है। इसमें परिवहन व अन्य लागत 36 पैसे लीटर जुड़ने के बाद डीलर को एक लीटर डीजल 40.91 रुपये में मिला है। इस पर 13.83 रुपये प्रति लीटर की दर से उत्पाद शुल्क और 2.50 रुपये प्रति लीटर डीलर का कमीशन जोड़ने के बाद 9.88 रुपये वैट शामिल है। इस तरह डीजल का भाव शुक्रवार को 67.12 रुपये लीटर हो गया है।