नई दिल्ली, 12 जुलाई (आईएएनएस)। नौसेना को छह पनडुब्बियों की आपूर्ति के लिए 60 हजार करोड़ रुपये के ठेके देने से संबंधित निविदा सूचना जल्द ही निकाली जाएगी, जिसके लिए लार्सन एंड टुब्रो, पिपावाव डिफेंस और मझगांव डॉकयार्ड लिमिटेड सहित छह कंपनियां प्रतिस्पर्धा में हैं। यह जानकारी एक जानकार सूत्र ने दी।
रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, “परियोजना 75आई के लिए प्रस्ताव अनुरोध (आरईपी) जल्द ही आमंत्रित किया जाएगा। आठ साल में छह पनडुब्बियां बनाने की योजना है।”
अधिकारी ने कहा, “एक उच्चस्तरीय समिति ने कई कंपनियों की शिपयार्ड का जायजा लिया है। समिति की सिफारिश के मुताबिक मैं इतना ही कह सकता हूं कि एलएंडटी, पिपावाव और मझगांव डॉक्स तीन प्रमुख दावेदार हैं।”
उन्होंने कहा, “परियोजना 75 में पहले ही 50 महीने की देरी हो चुकी है। इसे फिर से पटरी पर लाया जा रहा है।”
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने अप्रैल में कहा था कि पी75 परियोजना के लिए निजी कंपनियों को भी आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने साथ ही कहा था कि समय से पहले परियोजना पूरी करने पर पारितोषिक दी जाएगी और देरी करने पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा।
ये पनडुब्बियां राडार की पकड़ में नहीं आएंगी। साथ ही इनमें वायु स्वतंत्र प्रणोदक (एआईपी) प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल होगा।
इस प्रौद्योगिकी का विकास करने वाला भारत एक मात्र गैर-पश्चिमी मुल्क है।