बर्लिन, 31 मार्च (आईएएनएस)। जर्मनविंग्स विमान हादसा मामले की जांच कर रहे जर्मनी के जांचकर्ताओं ने अनुमान लगाया है कि सह पायलट ने विमान को दुर्घटनाग्रस्त करने का कदम हताशा में उठाया, क्योंकि उसे इस बात डर था कि पायलट का उसका लाइसेंस चिकित्सा कारणों से रद्द हो सकता है।
समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, जर्मनी के दैनिक समाचार पत्र, बिल्ड ने मामले की जांच कर रहे एक जांचकर्ता के हवाले से मंगलवार को कहा कि वर्तमान में जांच के दौरान जो बातें सामने आई हैं, उसके मुताबिक विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने का यही मुख्य कारण है।
पहचान जाहिर न करने की शर्त पर एक जांचकर्ता ने कहा, “विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने का हमारे लिए मुख्य कारण यही है कि लुबित्ज को इस बात का डर था कि खराब सेहत के कारण कहीं उसका पायलट का लाइसेंस न छिन जाए।”
विभिन्न रपटों के मुताबिक, जून में लुबित्ज को अपने लाइसेंस का नवीनीकरण कराना था।
अखबार की रपट के मुताबिक, सह पायलट (27) को इस साल फरवरी तथा मार्च के बीच तीन बार डसेलडॉर्फ युनिवर्सिटी ऑफ हॉस्पिटल में भर्ती होना पड़ा था।
जर्मनी के संघीय अभियोजक ने सोमवार को कहा कि फ्लाइंग लाइसेंस पाने के पहले आत्महत्या करने की प्रवृत्ति के कारण लुबित्ज ने साइकोथैरेपी की सहायता ली थी।
बिल्ड ने रविवार को हालांकि यह भी कहा कि लुबित्ज का संभावित रेटिनल डिटैचमेंट के लिए इलाज किया गया था।