जयपुर, 30 अप्रैल (आईएएनएस)। राजस्थान को तंबाकू मुक्त बनाने के लिए पिछले दिनों हर माह के अंतिम दिन तंबाकू व गुटखा की दुकानों को बंद करने के निर्णय का गुरुवार को पहली बार राजधानी में असर दिखा। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा गठित मॉनिटरिंग टीम ने दिनभर शहर के अधिकांश स्थानों का जायजा लिया, जहां दुकानें बंद पाई गईं।
राजस्थान वॉलयंटरी हेल्थ एसोसिएशन के कार्यक्रम अधिकारी अमोल राय ने बताया कि अतिरिक्त मिशन निदेशक (एनएचएम) चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सेवाएं (आईईसी) के निदेशक नीरज के. पवन ने राजधानी सहित प्रदेशभर में प्रतिमाह के अंतिम दिन तंबाकू व धूम्रपान बेचने वाली दुकानों को बंद करने के आदेश अप्रैल मध्य में जारी किए थे। इसके बाद मॉनिटरिंग टीम गठित की गई।
टीम ने शहर के अधिकांश स्थानों का भ्रमण कर निरीक्षण किया तो दुकानें बंद पाई गईं। विभाग की इस मुहिम में आमजन के साथ-साथ तंबाकू व धूम्रपान विक्रेता भी सहयोग दे रहे हैं।
इसके साथ ही प्रदेश में अब तंबाकू व धूम्रपान उत्पादों को छुड़वाने के लिए जिला व ग्राम पंचायत स्तर पर हेल्प डेस्क, प्रतिमाह के अंतिम दिन तंबाकू व धूम्रपान बेचने वाली दुकानों को बंद रखने के निर्णय से इन उत्पादों को छोड़ने वालों की संख्या में इजाफा होने की संभावना है। स्वास्थ्य विभाग के इस आदेश की राजस्थान वॉलयंटरी हेल्थ एसोसिएशन ने सराहना की है।
उन्होंने बताया कि इस प्रकार से समाज में तंबाकू निषेध वातावरण विकसित करने एवं सिगरेट एवं अन्य तंबाकू उत्पादन अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार, तंबाकू प्रयोग को निरुत्साहित करने एवं जिलों के समस्त कार्यालय एवं प्रशिक्षण केंद्रों को तंबाकू मुक्त घोषित किया जाना है। निरीक्षण दल में एनटीसीपी की शशि जायसवाल, आरवीएचए के कपिल भार्गव, खाद्य सुरक्षा अधिकारी वी.एन.शर्मा शामिल भी हैं।