बीजू जनता दल के सांसद भतृहरि महताब ने दावा किया है कि जम्मू और कश्मीर में 2009 से अब तक 80 मंदिर गायब हो चुके हैं। साथ ही उन्होंने राष्ट्रविरोधी बयानबाजी करने के बावजूद अलगाववादी नेताओं को सुरक्षा दिए जाने पर केंद्र सरकार से जवाब देने की मांग की ।
लोकसभा में कश्मीरी शरणार्थीयों के पुनर्वास को लेकर भाजपा सांसद निशिकांत दूबे द्वारे लाए गए प्रस्ताव पर उन्होंने कहा कि सरकार ने जो सूची दी है उसमें से कम से कम 80 मंदिर गायब हैं। उन्होंने कहा कि 1989 में आतंकवाद और चिह्नित लोगों की हत्या को लेकर चले अभियान के कारण लगभग साढे़ तीन लाख लोगों ने घाटी छोड़ दी।
उन्होंने बताया कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार, कश्मीर में 1989 से पहले 436 मंदिर थे। उनमें 266 मंदिर अखंड थे, 170 क्षतिग्रस्त थे और 90 वैसे थे, जिनका जिर्णोद्धार कराया गया था। लेकिन वहां बचे हुए 80 मंदिरों का क्या हुआ?
महताब ने कहा कि वह इस सरकार से इस मामले के बारे में जानना चाहेंगे क्योंकि यह सरकार प्रतिक्रियाशील है और वह सदन में उठाए गए कुछ निश्चित सवालों का जवाब देगी।