जम्मू, 17 मार्च (आईएएनएस)। जम्मू एवं कश्मीर में मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद सहित विधानसभा के सभी नवनिर्वाचित विधायकों ने मंगलवार को पद की शपथ ली। विधानसभा परिसर में आयोजित समारोह में सदन के अस्थायी अध्यक्ष मुहम्मद शफी ने उन्हें शपथ दिलाई।
नेशनल कांफ्रेंस के नेता शफी को राज्यपाल पूर्व में ही विधानसभा के अस्थायी अध्यक्ष के रूप में शपथ दिला चुके थे।
शपथ लेने वाले प्रमुख विधायकों में मुफ्ती एवं उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ-साथ राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी शामिल रहे।
दो विधायकों- लाल सिंह और पवन गुप्ता ने डोगरी में शपथ ली। वहीं, नौशेरा से विधायक रवींद्र रैना ने ईश्वर के बजाय माता वैष्णो देवी के नाम पर शपथ लेने का आग्रह किया, जिसकी अनुमति पीठासीन अधिकारी ने विचार-विमर्श के बाद दे दी।
उमर अब्दुल्ला जैसे ही विधानसभा परिसर पहुंचे, पत्रकारों ने उन्हें घेर लिया। लेकिन उन्होंने उनके किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया।
विधानसभा के सचिव मुहम्मद रमजान ने संवाददाताओं को बताया, “विधानसभा का छह साल का कार्यकाल मंगलवार से शुरू होता है। आज से ही विधायकों को वेतन, भत्ते, सुविधाएं एवं विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए वार्षिक 1.5 करोड़ रुपये का अनुदान मिलना शुरू हो जाएगा।”
जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा में 87 निर्वाचित और दो मनोनीत सदस्य हैं, जो महिलाएं हैं। राज्य विधानसभा में महिलाओं को प्रतिनिधित्व देने के उद्देश्य से दो महिलाओं का मनोनयन विधायक के रूप में किया गया है।
जम्मू एवं कश्मीर में विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा 23 दिसंबर, 2014 को की गई थी और 12वीं राज्य विधानसभा का गठन पहली जनवरी को हुआ था। लेकिन चूंकि यहां किसी भी राजनीतिक दल ने सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया था, इसलिए आठ जनवरी को राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया। यही वजह है कि नवनिर्वाचित विधायक शपथ नहीं ले पाए।
विधानसभा के स्थायी अध्यक्ष का चुनाव बुधवार को किया जाएगा, जब राज्यपाल के अभिभाषण से सदन का बजट सत्र शुरू होगा।
राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) गठबंधन की सरकार है। दोनों पार्टियों के बीच हुए समझौते के मुताबिक भाजपा के कवींद्र गुप्ता का विधानसभा अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है।