जम्मू/श्रीनगर, 1 जून (आईएएनएस)। जम्मू एवं कश्मीर में पाकिस्तान रेंजर्स ने पिछले 24 घंटों के भीतर अंतर्राष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर तीन बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया। पाकिस्तान की ओर से होने वाली इस गोलीबारी में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। इसी बीच आतंकवादियों ने एक मोबाइल टावर पर हथगोले फेंके, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल मनीष मेहता ने आईएएनएस से कहा, “पाकिस्तान की सेना ने नियंत्रण रेखा पर कृष्णा घाटी सेक्टर में हमारी चौकियों पर पिछले 12 घंटों में बिना किसी उकसावे के दो बार गोलीबारी की।”
कर्नल मेहता ने कहा कि रविवार रात 12 से 12.30 बजे के बीच हमारी चौकियों पर उन्होंने छोटे हथियारों और रॉकेटों से हमला किया। गोलीबारी आधे घंटे तक जारी रही।
उन्होंने बताया कि सुबह छह बजे पाकिस्तानी सैनिकों ने बिना किसी उकसावे के दोबारा गोलीबारी शुरू कर दी। इस बार उनकी ओर से 10 मिनट तक गोलीबारी होती रही। भारत की ओर से हालांकि कृष्णा घाटी सेक्टर में पाकिस्तान द्वारा सीजफायर का उल्लंघन करने पर कोई जवाबी कार्रवाई नहीं की गई।
संघर्ष विराम उल्लंघन की तीसरी घटना अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर में हुई। यहां पर पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घायल जवान ए.के. राभा को अस्पताल भेजा गया है।
अधिकारी ने यहां पर आईएएनएस को बताया कि बीएसएफ ने भी पाकिस्तान की गोलीबारी का जवाब दिया।
पाकिस्तान की तरफ से यह हरकत उस समय हुई है, जब विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रविवार को ही कहा था कि अगर सीमा पर बमबारी होगी तो रक्षा मंत्री चुप नहीं बैठेंगे।
वहीं राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में आतंकवादियों ने सोमवार को एक मोबाइल टावर पर हथगोले से हमला कर दिया। पुलिस ने बताया कि इस हमले में एक व्यक्ति घायल हो गया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “बंदूकधारियों ने एक मोबाइल टावर पर हथगोला फेंक दिया, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया।”
घायल व्यक्ति की पहचान इम्तियाज अहमद अहंगर के रूप में हुई है। वह टावर मालिक का भाई है और श्रीनगर स्थित हबकदल इलाके के गदूदबाग का निवासी है।
पिछले सप्ताह उत्तरी कश्मीर में मोबाइल फोन उद्योग से जुड़े दो नागरिकों की हत्या कर दी गई थी। इससे सोपोर शहर के कई हिस्सों और उसके आसपास के इलाकों में मोबाइल सेवाएं बाधित हो गई थीं। हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन ‘लश्कर-ए-इस्लाम’ ने ली है और सेवा प्रदाताओं को कश्मीर में अपनी सेवाएं बंद करने की धमकी दी है।
आतंकवादियों द्वारा टावर पर हमले की घटना बाद सार्वजनिक क्षेत्र की मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी बीएसएनएल के सभी पांच फ्रेंचाइजी आउटलेट्स में कामकाज बंद कर दिया गया है। जिसके कारण राज्य में प्रीपेड उपभोक्ताओं को रिचार्ज न मिलने के कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
राज्य के बारामुला और कुपवाड़ा जिलों में जिन जगहों पर मोबाइल के टावर लगे हैं उनके मालिकों ने भी कंपनियों को उन मोबाइल टावरों से परिचालन बंद करने के लिए कहा है। इस कारण इन जिलों में ज्यादातर मोबाइल फोन ने काम करना बंद कर दिया है।
पुलिस ने पिछले माह सोपोर में एक मोबाइल फोन टावर के शीर्ष पर लगा एक उच्च तकनीक का संचार उपकरण बरामद किया था। बताया जाता है कि इस उपकरण का इस्तेमाल आतंकवादी संगठन अपने संचार में सुधार लाने के लिए करते हैं।