(धर्मपथ)-जबलपुर मेडिकल कालेज में डाक्टरों की लापरवाही के चलते हुई एक मौत की खबर पर पत्रकार प्रतीक अवस्थी जब अस्पताल पहुंचे तब डरे जूनिअर डाक्टरों ने उन्हें कवरेज करने से रोका और पत्रकार की पिटाई करते हुए उसे बंधक बना लिया.
अन्य पत्रकारों को इस घटना का पता चलने पर जब वे थाने पहुंचे तब जूडा के पदाधिकारी भी थाने पहुँच गए.महत्वपूर्ण यह रहा की पत्रकार पर ही मामला दर्ज कर लिया गया वह भी डाक्टर्स प्रोटेक्शन एक्ट के तहत.इस पूरी घटना में पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध रही.
मध्यप्रदेश में क़ानून की व्यवस्था पहले ही लचर है ,पत्रकारों को किसी भी तरह का प्रोटेक्शन नहीं दिया जाता.जब पत्रकारों की यह स्थिति है तो प्रजा के हालात का अंदाजा लगाना कोई कठिन बात नहीं है.
जुडा ने अपनी हड़ताल शुरू कर दी है और रेजिडेंट डॉक्टरों को कार्य पर बुला लिया गया है.