लखनऊ-केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार ने साल पूरा कर लिया है। केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जहां इस मौके को ‘जनकल्याण पर्व’ के रूप में मनाने जा रही है, वहीं विपक्षी पार्टियां सवाल उठा रही हैं कि अच्छे दिनों का क्या हुआ? उत्तर प्रदेश के प्रमुख विपक्षी दल मोदी सरकार के अब तक के कामकाज को ‘फ्लॉप शो’ बता रहे हैं।
समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) व कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि एक साल के दौरान भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार आम आदमी के अच्छे दिन लाने में विफल रही है।
उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री और सपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने मोदी सरकार के एक साल पूरा होने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वर्ष भर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक भी वादा पूरा नहीं किया। न तो महंगाई कम हुई और न ही किसी युवक को रोजगार मिला।
शिवपाल ने इस बात पर दुख जताया कि हमारे प्रधानमंत्री विदेशों में जाकर भारत की छवि धूमिल कर रहे हैं। मंगोलिया और कोरिया की यात्रा के दौरान उन्होंने यह कहकर देशवासियों का ‘अपमान’ किया कि पहले लोगों को भारतवासी कहलाने में शर्म महसूस होती थी।
बसपा के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि एक साल में ही मोदी का ‘असली चेहरा’ देश की जनता के सामने आ गया।
वह कहते हैं, “कांग्रेस की बुराइयां उसके 40 साल सत्ता में रहने के बाद जनता जान पाई, लेकिन भाजपा की असलियत का पर्दाफाश तो एक साल में ही हो गया। भ्रष्टाचार और मंहगाई के खिलाफ किए गए इनके वादे हवा-हवाई साबित हुए।”
वहीं, प्रदेश कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष व वर्तमान में पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. रीता बहुगुणा जोशी भी मोदी सरकार को हर मोर्चे पर विफल बता रही हैं। वह कहती हैं, “एक साल के अंदर ही उत्तर प्रदेश सहित समूचे देश के किसान, मजदूर, व्यापारी व हर वर्ग मोदी सरकार की कार्य प्रणाली से नाराज है।”
उत्तर प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप माथुर भी कुछ इसी तरह की प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहते हैं कि एक साल में मोदी सरकार ‘धोखेबाजों की सरकार’ साबित हुई है। आज जनता अपने आप को ठगा सा महसूस कर रही है। मंहगाई आसमान छू रही है और भाजपा नेता उपलब्धियों के पुल बांध रहे हैं।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के राज्य सचिव गिरीश ने कहा, “देश के इतिहास में किसी भी सरकार की असलियत इतनी जल्दी उजागर नहीं हुई जितनी जल्दी मोदी सरकार का असली चेहरा समाज के सामने आ गया। इस शासन में जनता का दिवाला निकल गया और अंबानी, अडानी जैसे पूंजीपतियों का घर भर गया।”
भाकपा नेता का कहना है कि मोदी सरकार में किसान दुखी हैं और मजदूरों के निवाले छीने जा रहे हैं। औद्योगिक उत्पादन और कृषि उत्पादन घट रहा है। इस शासन काल में मात्र कार्पोरेट घरानों का विकास हो रहा है।
इधर, भाजपा मोदी सरकार की वर्षगांठ को जनकल्याण पर्व के रूप में मनाने जा रही है। पार्टी पूरी ताकत के साथ प्रचार मुहिम में उतर गई है। मथुरा में 25 मई को प्रधानमंत्री की रैली होगी, इसके बाद 26 से 28 मई तक छह केंद्रीय मंत्रियों की टोली समूचे उत्तर प्रदेश में घूम-घूमकर 15 जनसभाएं करेगी।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी कहते हैं कि मोदी सरकार ने एक वर्ष के भीतर कई सकारात्मक फैसले लिए हैं। अब समय आ गया है कि जनता को उन योजनाओं और फैसलों के बारे में बताया जाए, ताकि आम जनता विपक्ष के ‘भ्रमजाल’ में न फंसे।