नई दिल्ली, 13 जनवरी (आईएएनएस)। पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए मंगलवार को रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर और सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने पाकिस्तान पर जम्मू एवं कश्मीर में छद्म युद्ध को बढ़ावा देने के आरोप लगाए और कहा कि भारत इसके खिलाफ कार्रवाई कर रहा है और जल्द ही परिणाम दिखने लगेंगे।
सेना प्रमुख ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान, जम्मू एवं कश्मीर में भारत के खिलाफ छद्म युद्ध को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने कहा कि सीमा पर सक्रियता के कारण सुरक्षा चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं।
जनरल दलबीर सुहाग ने कहा, “पाकिस्तान अपने देश में आतंकवादी घटनाओं का शिकार होने के बावजूद जम्मू एवं कश्मीर में छद्म युद्ध को बढ़ावा दे रहा है। आतंकवादियों द्वारा किए गए हाल के हमले उनकी हताशा को प्रदर्शित करते हैं। जम्मू एवं कश्मीर में हाल के आतंकवादी हमलों से स्पष्ट है कि पाकिस्तान में आतंकवादियों के प्रशिक्षण शिविर आज भी चल रहे हैं।”
उनके इस बयान के कुछ ही घंटों बाद रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है और उन्होंने छह माह में परिणाम दिखने का भी भरोसा दिलाया।
लखनऊ में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पर्रिकर ने कहा, “छद्म युद्ध पर, क्या चल रहा है इसको लेकर सरकार बहुत स्पष्ट है।”
उन्होंने कहा, “हमने कार्रवाई की है, हालांकि मैं आपको यह नहीं बताऊंगा कि हम क्या कार्रवाई कर रहे हैं.. छह माह के भीतर वास्तवकि आंकड़ों में आपको फर्क दिखने लगेगा।”
रक्षा मंत्री का बयान संघर्ष विराम, नाकाम आतंकवादी घुसपैठ प्रयास और भारत के उत्तरी राज्य में आतंकवादी हमलों के संदर्भ में आया है।
रक्षा मंत्री ने इसी बीच कहा कि फर्क पहले से ही दिखने लगा है, और इस साल 60 से 70 फीसदी आतंकवादियों को निष्प्रभावी किया जा रहा है।
पर्रिकर ने हालांकि जोर दिया कि भारत सीमा पर शांति चाहता है, लेकिन जब तक हिसा नहीं रुकती तब तक बातचीत मुमकिन नहीं हैं।
उन्होंने कहा, “हम अपने पड़ोसी से शांति चाहते हैं, लेकिन अगर छद्म युद्ध का प्रयास किया गया तो हम कुछ सक्रिय कदम उठाएंगे। लेकिन मैं आपको भरोसा दिला सकता हूं कि हम इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि दुश्मन छद्म युद्ध में अपनी कोई दिलचस्पी नहीं दिखाएगा।”
पाकिस्तान के साथ बाचतीच के सवाल पर पर्रिकर ने कहा कि, “अगर पाकिस्तान के साथ कोई बातचीत होनी है तो उन्हें पहले संघर्ष विराम का उल्लंघन और आतंकवादियों की घुसपैठ रोकनी होगी। अगर यह नहीं रुका तो अकेले बातचीत से कोई समाधान नहीं निकलेगा।”
सेना दिवस से पहले पत्रकारों को संबोधित करते हुए सेना प्रमुख ने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर में हाल के आतंकवादी हमलों से स्पष्ट है कि पाकिस्तान में आतंकवादियों के प्रशिक्षण शिविर आज भी चल रहे हैं।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन नियंत्रण रेखा से जम्मू क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सीमा की ओर स्थानांतरित हो गया है। नियंत्रण रेखा पर आतंकवाद-रोधी तंत्र बेहद मजबूत है।
एक अन्य सवाल के जवाब में सेना प्रमुख ने कहा कि सीमा पर गोलीबारी का जवाब देने के लिए भारतीय सेना के कमांडर स्वतंत्र हैं।
मारे गए आतंकवादियों के आंकड़ों की जानकारी देते हुए जनरल दलबीर सिंह ने कहा कि पिछले साल 110 आतंकवादियों को मारा गया था, जिनमें से 104 को सेना ने मार गिराया था। साल 2013 में 65 आतंकवादियों को मार गिराया गया था।
पाकिस्तान द्वारा हाल ही में सोमवार रात को संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया था। इसमें पाकिस्तानी रेंजरों ने जम्मू एवं कश्मीर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की चौकियों को निशाना बनाया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।