रायपुर, 15 मार्च (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ में दसवीं-बारहवीं बोर्ड परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए इस वर्ष 30 मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं। सूबे के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर व नारायणपुर जिले को छोड़कर बाकी सभी 23 जिला मुख्यालयों में मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है। बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 19 मार्च से शुरू होगा। पहले बाहरवीं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन होगा। इसके बाद दसवीं कक्षा की कापियां जांची जाएंगी।
दसवीं-बारहवीं बोर्ड परीक्षा 2013-14 की उत्तरपुस्तिका जांचने में काफी लापरवाही बरती गई थी। इसी वजह से बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट के बाद हजारों छात्रों ने पुनर्मूल्यांकन व पुनर्गणना के लिए आवेदन किए थे। पुनर्मूल्यांकन व पुनर्गणना के बाद करीब 52 फीसदी छात्रों के नंबर में बदलाव हुआ था। माशिमं ने उत्तरपुस्तिका जांचने में लापरवाही बरतने वाले 241 शिक्षकों पर कार्रवाई की अनुशंसा स्कूल शिक्षा विभाग को की है। वहीं इन शिक्षकों के 20 फीसदी मेहनताना भी काटे गए हैं।
इस बार मूल्यांकन में गुणवत्ता लाने के लिए माशिमं की ओर से मूल्यांकन कार्य में क्षमता विकास प्रशिक्षण चलाया जा रहा है। मूल्यांकन अधिकारी, सहायक मूल्यांकन अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी प्रतिनिधि, मुख्य परीक्षक व उप मुख्य परीक्षक को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण 10 मार्च से शुरू हुआ है।
रायपुर संभाग के मूल्यांकन अधिकारियों को 10 मार्च को प्रशिक्षण दिया गया। इसके बाद बस्तर संभाग के मूल्यांकन अधिकारियों के लिए कांकेर में 12 मार्च को प्रशिक्षण आयोजित किया गया था। इसी क्रम में 14 को बिलासपुर संभाग के अधिकारियों को ट्रेनिंग दी गई। 15 मार्च को अंबिकापुर संभाग व 16 मार्च को राजनांदगांव संभाग के प्रभारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में माशिमं अध्यक्ष केडीपी राव स्वयं शामिल हो रहे हैं।