रायपुर, 17 नवंबर (आईएएनएस/वीएनएस)। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में स्थित कानन पेंडारी जू में मणिपुरी मृग ने दिवाली के दिन एक नर शावक को जन्म दिया है। यह संयोग ही है कि इससे पहले 23 नवंबर 2014 को दिवाली के दिन ही मणिपुरी मृग ने एक नर शावक जन्मा था।
बताया जाता है कि जिस मणिपुरी मृग ने शावक को जन्म दिया उसे पिछले वर्ष 10 मार्च 2014 को नई दिल्ली राष्ट्रीय प्राणी उद्यान से चार उल्लू के बदले लाया गया था। उस समय यहां दो नर और दो मादा मृग लाए गए थे।
मणिपुरी मृग को दिल्ली से लाते समय कानन के अधिकारियों को यह चिंता थी कि वे कानन के वातावरण के अनुकूल ढंग पाएंगे या नहीं, लेकिन जब पिछले वर्ष इनमें से एक मादा गर्भवती हुई तो यह चिंता दूर हुई। पिछले वर्ष दीवाली के दिन 23 अक्टूबर 2014 को एक मणिपुरी मृग ने शावक को जन्म दिया। इसके बाद 22 नवंबर को एक और शावक का जन्म हुआ। वहीं इस वर्ष 11 नवंबर 2015 को फिर एक मादा ने नर शावक को जन्म दिया है।
कानन पेंडारी के वेटनरी डॉक्टर पी.के. चंदन ने दूरभाष पर बताया कि मादा और शावक दोनों स्वस्थ हैं। इन्हें मिलाकर अब मणिपुरी मृगों की संख्या सात हो गई है।
कानन पेंडारी में अभी 12 प्रजाति के प्रजाति के हिरण हैं, इसमें चौसिंगा, कोटरी, सफेद हिरण, शूकर, गोराल, मणिपुरी मृग, नील गाय, सांभरए चीतल, काला हिरण, चिंकारा और बारहसिंगा शामिल हैं।