मौसम वैज्ञानिक के अनुसार, जून में आने वाला मानसून अरब सागर और हिंद महासागर से होते हुए आता है जो दक्षिणी तट से टकराते हुए बारिश की बौछार लाती है।
केरल के तट पर मानसून के पहुंचने में थोड़ी देरी होगी। आमतौर पर मानसून 1 जून तक पहुंचता है लेकिन अब इसके 5 जून के बाद पहुंचने की संभावना बताई जा रही है।
मौसम विभाग के सूत्रों की मानें तो नार्दर्न लिमिट ऑफ मानसून (एनएलएम) एक हफ्ते की देरी से आगे बढ़ रहा है। यह श्रीलंका और बंगाल की खाड़ी से गुजर रहा है। हालांकि मानसून तय वक्त के तीन दिन पहले ही 14 मई को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पर पहुंच गया था। इसके बाद इसकी रफ्तार सुस्त पड़ गई थी।
मौसम विभाग के अनुसार, केरल के तट पर हवाओं का रुख दक्षिण-पश्चिम के बजाय उत्तर-पश्चिम है। इसके चलते मानसून के लिए इंतजार करना पड़ेगा।
मौसम विभाग के मुताबिक, बस्तर में मानसून 15 जून के आसपास दस्तक देने की संभावना है।
आमतौर पर मानसून मुंबई में 7 तक मध्यभारत में 15 तक तथा दिल्ली में 30 जून तक पहुंचता है और 15 जुलाई तक पूरे देश में मानसून की दस्तक हो जाती है। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 24 घंटों के भीतर छग, मध्यप्रदेश ओड़िशा और तेलंगाना में कुछ स्थानों पर गर्मी का कहर जारी रहेगा।