महासमुंद, 17 मार्च (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिलान्तर्गत ग्राम नवागांव (पटेवा) में 12 मार्च को एक हिंसक भालू के हमले से डिप्टी रेंजर सहित तीन लोगों की मौत से आसपास के गांवों में अभी भी भालू को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। एक भालू फिर दिखा है, जिससे ग्रमीणों में दहशत है।
इस बीच 16 मार्च की सुबह करीब 9 बजे नवागांव के सरदार पिता सोनू खड़िया के खेत में भालू देखे जाने से एक बार फिर ग्रामीण दहशत में हैं। भालू के गांव के नजदीक पहुंचने की सूचना पर वन विकास निगम आरंग परिक्षेत्र के पीआरओ चौधरी, बघेल सहित करीब 15 वन कर्मी नवागांव पहुंचे और वस्तुस्थिति का जायजा लेने के बाद ग्रामीणों को आसपास के जंगल में अकेले नहीं जाने की सलाह दी।
उन्होंने सूर्योदय के पहले और सूर्यास्त के बाद महुआ आदि वनोपज संग्रहण के लिए जंगल नहीं जाने की सख्त हिदायत दी।
नवागांव के धरम पटेल ने बताया कि उनके गांव में रात 10-11 बजे के आसपास भालू गांव के भीतर भी प्रवेश कर जाता है। कई बार ग्रामीण युवाओं ने भालू को खदेड़ा है।
बुधवार को सरदार खड़िया के साथ उसकी पत्नी और बेटा भी था। तीनों को भालू ने दौड़ाया। गिरते-भागते बड़ी मुश्किल से गांव पहुंचकर तीनों ने जान बचाया। गांव के कोटवार सालिकराम ने भी बुधवार को खेत में भालू देखने की पुष्टि की है। इससे आशंका जाहिर की जा रही है कि जिस हिंसक मादा भालू को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था, यह भालू उसी के परिवार का हो सकता है।