पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया कि तालाब के पानी में यूरिया मिला था। मृत चीतल का पोस्टमार्टम करने के बाद उन्हें जंगल में ही शव को दफना दिया गया।
घटना के संबंध में वनपरिक्षेत्र अधिकारी यूएस ठाकुर ने निरीक्षण करने पर बताया कि तालाब में कम पानी होने के कारण शिकारियों ने पानी में यूरिया मिला दिया था। गर्मी की वजह से वन्य प्राणी प्यास के कारण तलाब में यूरिया मिले जहरीले पानी के शिकार हो गए।
इस घटना के संबंध में उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व गरियाबंद के अधिकारी आशीष भट्ट ने कहा कि यह एक गंभीर मामला है। वन व वन्य प्राणियों की सुरक्षा वन अमले की पहली प्राथमिकता है। इस वारदात की जांच की जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।