रायपुर/बिलासपुर, 18 जुलाई (आईएएनएस/वीएनएस)। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर स्थित कानन पेंडारी (जूलॉजिकल गार्डन) में एक और दुर्लभ प्रजाति के सफेद हिरण ने नर शावक को जन्म दिया है। इसे मिलाकर अब कानन में सफेद हिरणों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है। इससे पहले 30 जून को भी एक सफेद हिरण ने एक नर शावक को जन्म दिया था।
कानन पेंडारी जूलॉजिकल गार्डन के रेंज ऑफिसर टी.आर. जायसवाल के अनुसार, सफेद हिरण ने एक नर शावक को जन्म दिया है। इसे मिलाकर अब कानन में सफेद हिरणों की संख्या 5 हो गई है। इसमें तीन नर व दो मादा शामिल हैं। फिलहाल सफेद हिरण को शावकों के साथ क्वारेंटाइन में रखा गया है।
जायसवाल ने बताया कि नई दिल्ली के राष्ट्रीय प्राणी उद्यान से 15 अप्रैल को एक नर व दो मादा सफेद हिरण लाए गए थे। वहीं कानन पेंडारी में दुर्लभ प्रजाति के शूकर हिरण ने भी इसी वर्ष जुलाई महीने में एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है। इसके जन्म के साथ ही कानन में अब इनकी संख्या आठ हो गई है।
गौरतलब है कि कानन पेंडारी में अभी 12 प्रजाति के प्रजाति के हिरण हैं, इसमें चौसिंगा, कोटरी, सफेद हिरण, शूकर, गोराल, मणिपुरी मृग, नील गाय, सांभर, चीतल, काला हिरण, चिंकारा और बारहसिंगा शामिल हैं। बहुत जल्द ही सबसे छोटे प्रजाति के मूषक हिरण भी कानन पेंडारी की शोभा बढ़ाएंगे। इन्हें हैदराबाद स्थित नेहरू जूलॉजिकल पार्क से लाया जाएगा। इसके लिए केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण को प्रस्ताव भेजा गया है।
वहीं, हैदराबाद स्थित नेहरू जूलॉजिकल पार्क और कानन पेंडारी से इनके आदान-प्रदान को लेकर सहमति बन चुकी है।