आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में बिसपुर, कुरूंग खोदरा, चंद्रगिरी क्षेत्र के बुधराम, कैलाराम, मानुराम मंडावी, अंदो मरकाम, सोमारू मरकाम, पाकलु मंडावी, पांडु मरकाम, सुको मरकाम, बुधराम कश्यप, आयतु कश्यप, सोनाधर नाग, मंगलू मंडावी, लखमा मरकाम, हिड़मू मरकाम, मंगडू कवासी, सन्नू मरकाम, गुड़ी कवासी, बुधराम पोडियामी, रानू मरकाम, सोमड़ी मरकाम, नंदे मरकाम, पाली मरकाम, प्रमिला एवं कोसी कश्यप सहित कुल 23 माओवादी शामिल हैं।
कल्लूरी ने बताया कि आत्मसमर्पित नक्सलियों के लिए प्रशासन की ओर से एक कार्ययोजना भी बना ली गई है, जिसके तहत हिंसा का मार्ग छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटे युवाओं के कौशल उन्नयन के लिए आड़ावल स्थित लाइवलीहुड कालेज में राजमिस्त्री, इलेक्ट्रीशियन, सिलाई, ब्यूटी पार्लर, कृषि कार्य आदि विधाओं का प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।
नक्सलियों के आत्मसमर्पण के दौरान सामाजिक एकता मंच के 35 सदस्य भी मौजूद थे।