डकैती कांड का खुलासा करते हुए रायपुर रेंज के आईजी जी.पी. सिंह और एसपी बद्रीनारायण मीना ने बताया कि 30-31 अगस्त की दरम्यानी रात को समता कॉलोनी स्थित एक अधिवक्ता के घर डकैतों ने धावा बोलकर परिजनों को बंधक बनाकर सोने-चांदी के जेवरात व नकदी रकम लूटकर भागे थे। मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस की अलग-अलग टीम डकैतों की तलाश में जुटी हुई थी।
वारदात के विभिन्न पहलुओं की जांच के दौरान बांग्लादेशी डकैत गिरोह पर संदेह हुआ। इसके बाद एएसपी (क्राइम ब्रांच) आजात शत्रु बहादुर सिंह के नेतृत्व में अलग-अलग टीम को दिल्ली, पुणे, बेंगलुरू, बंगाल व केरल भेजा गया, जहां पर कैम्प कर टीम ने आरोपियों के संदर्भ में जानकारी एकत्रित की।
काफी पतासाजी के बाद पुलिस ने मुंबई में दबिश देकर आरोपी मूलत: बांग्लादेश निवासी व हाल निवास मुंबई मोहम्मद सनोबर तथा मोहम्मद इमरूल उर्फ इमरान को गिरफ्तार किया गया।
कड़ाई से पूछताछ में दोनों आरोपियों ने खुद को बांग्लादेशी डकैत गिरोह का सदस्य बताया और रायपुर समता कालोनी में डकैती कांड को अंजाम देना स्वीकार किया। आरोपियों ने अपने गिरोह के 8 अन्य सदस्यों के नाम भी बताएं जो फरार है।
पुलिस के मुताबिक फरार आरोपियों में अल्ताफ हुसैन, शहादत, इमरान, मसीउर, मानिक, इलियास, करीम और असलम निवासी सभी बांग्लादेश शामिल है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के निशानदेही पर 18 तोला सोना व दो किलो चांदी तथा घटना में प्रयुक्त आलाजरब बरामद किया है। जब्त सामान की कीमत करीब पौने 6 लाख रुपये बताई गई है।