छत्तीसगढ़ में 2014 में हुए नसबंदी कांड में बीएमओ डॉ. प्रमोद तिवारी को निलंबित किया गया था। डॉ. प्रमोद तिवारी ने निलंबन के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी। न्यायाधीश संजय के. अग्रवाल की खंडपीठ में यह मामला चल रहा था।
सरकारी नसबंदी शिविर में 137 महिलाओं का ऑपरेशन हुआ था। इसके बाद 18 लोगों की मौत हुई थी, जिसमें 13 महिलाएं थीं।