रायपुर, 21 फरवरी (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ऑक्सीजोन के रूप में सेंट्रल पार्क का निर्माण किया जाएगा। यहां शहर के लोगों को हरित वातावरण में स्वच्छ हवा के साथ ध्यान, योग, व्यायाम और मनोरंजन की अच्छी सुविधा मिलेगी।
लगभग 19 एकड़ के रकबे में यह ऑक्सीजोन वर्तमान कलेक्टोरेट के पीछे की जमीन पर विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इसके लिए प्रस्तावित कार्ययोजना का अनुमोदन किया है।
अधिकारियों के अनुसार, यह प्रस्तावित सेंट्रल पार्क यानी ऑक्सीजोन शहर में वायु प्रदूषण को कम करने, शहर के पर्यावरण तथा नागरिकों के स्वास्थ्य को अधिक बेहतर बनाने में भी सहायक होगा। इस ऑक्सीजोन से शहर में हरित क्षेत्र का विस्तार होगा और भूजलस्तर भी बढ़ेगा।
अधिकारियों कहना है कि राज्य सरकार ने शहर के बीच ऑक्सीजोन और ग्रीन एरिया के रूप में सेंट्रल पार्क बनाने का निर्णय लिया है।
यह एक ऐसी जगह होगी, जहां सभी वर्गो के लोग आराम से बैठकर आधुनिक जीवन शैली की भाग-दौड़ के बीच प्रकृति के आभामंडल में तनावमुक्त हो सकेंगे। उनके लिए हरेभरे वृक्षों की छाया में ध्यान और योग की भी सुविधा होगी। सुंदर पाथवे में लोग आराम से चहलकदमी कर सकेंगे।
प्रस्तावित सेंट्रल पार्क की सबसे बड़ी विशेषता यह होगी कि शहर इसकी चारों दिशाओं में होगा। सेंट्रल पार्क में एक छोटा चिड़ियाघर और प्रदेश की लोक संस्कृति पर आधारित संग्राहलय भी बनाया जाएगा। छोटे जलाशय भी होंगे, जिससे आसपास के इलाके में भूजल स्तर में वृद्धि होगी।
पाक्र में वाहन पार्किं ग और शौचालय आदि की भी सुविधा रहेगी। शहर के बीचोबीच होने के कारण यह नागरिकों की आसान पहुंच में भी रहेगा।
उल्लेखनीय है कि देश में इस प्रकार के दो ऑक्सीजोन वर्तमान में पुणे (महाराष्ट्र) और अहमदाबाद के बापूनगर (गुजरात) में बनाए गए हैं। पुणे नगर निगम ने थीम गार्डन के रूप में इसे विकसित किया है। अहमदाबाद के बापूनगर में चार एकड़ के रकबे में बनाए गए ऑक्सीजोन पाक्र का शुभारंभ इस महीने होने की संभावना है।
उधर झारखंड की राजधानी रांची के पास मोरहाबाद में भी 11 एकड़ के रकबे में ऑक्सीजोन पार्क बनाने की तैयारी की जा रही है।