चेन्नई, 8 जून (आईएएनएस)। दक्षिण भारतीय भाषा के टेलीविजन चैनल का संचालन करने वाली कंपनी सन टीवी नेटवर्क लिमिटेड के शेयरों में सोमवार को चैनल बंद होने की रपट के बाद भारी गिरावट दर्ज की गई।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में शुक्रवार को 356.35 रुपये पर बंद होने वाले कंपनी के शेयर सोमवार को 320.75 रुपये पर खुले और 21.61 फीसदी या 77 रुपये की गिरावट के साथ 279.35 रुपये पर बंद हुए।
कंपनी ने एक अंग्रेजी दैनिक में प्रकाशित खबर का खंडन करते हुए बीएसई में दाखिल नियमित सूचना में कहा, “हम बताना चाहते हैं कि इस संबंध में हमें किसी भी मंत्रालय से कोई सूचना नहीं मिली है और हमारे सभी चैनल काम कर रहे हैं।”
रपट के मुताबिक, कंपनी के मालिक कलानिधि मारन और उनके भाई तथा पूर्व केंद्रीय दूरसंचार मंत्री दयानिधि मारन के विरुद्ध लंबित मामलों के कारण गृह मंत्रालय ने कंपनी के 33 चैनलों को सुरक्षा मंजूरी देने से इंकार कर दिया है।
अप्रैल में भी जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कहा था कि 2जी मामले में उसने कंपनी के मालिकों की 750 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है, तब कंपनी के शेयरों में तेज गिरावट दर्ज की गई थी।
ईडी ने एक अप्रैल को कहा था कि उसने एयरसेल-मैक्सिस सौदा मामले में सन टीवी के मुख्य प्रमोटर कलानिधि मारन, उनकी पत्नी कावेरी कलानिधि और उनके भाई तथा संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में मंत्री रहे दयानिधि मारन की 742.58 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने अदालत में आरोप लगाया है कि दयानिधि मारन ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए मलेशियाई कारोबारी टी. आनंद कृष्णन को एयरसेल में पूर्व मालिक सी. शिवशंकरन की हिस्सेदारी जबरन खरीदने में मदद की।
शिवशंकरन का आरोप है कि दयानिधि मारन ने उनकी कंपनी का अधिग्रहण करने में मैक्सिस समूह को मदद की है। उन्होंने साथ ही आरोप लगाया कि कंपनी ने एस्ट्रो नेटवर्क के जरिए निवेश किया, जो कथित रूप से मारन की कंपनी है।
ईडी ने एक अप्रैल को यह भी कहा था कि उसकी रपट से पता चला है कि मॉरिशस की कंपनी ने दयानिधि मारन के लिए दो कंपनियों सन डायरेक्ट टीवी प्राइवेट लिमिटेड (एसडीटीपीएल) और साउथ एशिया एफएम लिमिटेड (एसएएफएल) के नाम 742.58 करोड़ रुपये का अवैध तौर पर भुगतान किया।
एसएएफएल में सन टीवी नेटवर्क की 60 फीसदी, एएच मल्टीसॉफ्ट प्राइवेट लिमिटेड की 20 फीसदी और शेष 20 फीसदी हिस्सेदारी साउथ एशिया मल्टीमीडिया टेक्न ोलॉजीज लिमिटेड की है।