भोपाल-चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से हिंदू नव वर्ष शुरू होता है। इसके साथ ही चैत्र नवरात्रि का पर्व भी शुरू हो गया है। हिंदू धर्म में नवरात्रि का काफी अधिक महत्व है। चैत्र नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूप क्रमश: मां शैलपुत्री, मां ब्रह्मचारिणी, मां चंद्रघंटा, मां कुष्मांडा, मां स्कंदमाता, मां कात्यायनी, मां कालरात्रि, मां महागौरी और मां सिद्धिदात्री की विधि-विधान से पूजा अर्चना की जाती है। वहीं नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना करने का भी विधान है।
मेदिनी ज्योतिष में मां दुर्गा के वाहनों के बारे में विस्तार से बताया गया है। इसके आधार से वार के हिसाब से मां के वाहन का निर्णय होता है। इस बार शनिवार से चैत्र नवरात्रि शुरू हो रही है तो इसलिए घोड़े में सवार होकर मां धरती में आएंगी जो राज परिवर्तन का संकेत देता है। वहीं भैंसे में सवार होकर वापस जाएगी।
तिथियों के हिसाब से कौन सी देवी की किस दिन होगी पूजा
2 अप्रैल 2022, शनिवार – चैत्र नवरात्रि प्रारंभ,घटस्थापना
3 अप्रैल 2022, रविवार- – चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी
4 अप्रैल 2022, सोमवार – चैत्र नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा
5 अप्रैल 2022, मंगलवार- चैत्र नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा
6 अप्रैल 2022, बुधवार – चैत्र नवरात्रि के पांचवे दिन मां स्कंदमाता
Gudi Padwa 2022: गुड़ी पड़वा में ऐसे लगाएं तोरण और पताका
Gudi Padwa 2022: गुड़ी पड़वा के दिन घर में इस तरह लगाएं तोरण और पताका, सुख-समृद्धि की होगी प्राप्ति
यह भी पढ़ें
7 अप्रैल 2022, गुरुवार – चैत्र नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी
8 अप्रैल 2022, शुक्रवार- चैत्र नवरात्रि का सातवें दिन मां कालरात्रि
9 अप्रैल 2022, शनिवार- चैत्र नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी
10 अप्रैल 2022, रविवार- चैत्र नवरात्रि के नौवें दिन में मां सिद्धिदात्री
11 अप्रैल 2022, सोमवार – चैत्र नवरात्रि की दशमी तिथि को पारण