(खुसर-फुसर)-भाजपा के रतलाम शहर के नेता हिम्मत कोठारी की ईमानदारी और वचनबद्धता के सभी किस्से सुनाते हैं,लेकिन ये किस्से मात्र चुनावी स्टंट साबित हुए,महोदय ने जब-जब कोई चुनावी वादा किया तो वाह चप्पल छोडने से ही सम्बन्धित रहा है,इसे ले कर उन्होने कुर्सी प्राप्त की.अभी हाल में ही वे भाजपा मुख्यालय में अवतरित हुए,वे पीली बत्ती में आये,उन्होने चरण पादुकायें भी धारण की थी,जबकी चुनाव के पहले कसम खायी थी की जब तक गरीबों के लिये जमीन का महत्वपूर्ण कार्य नहीं कर लेते,नंगे पांव ही रहेंगे.
अब चूंकि टिकट मिला नहीं और अगले पाँच साल मिलना भी नहीं तो नंगे पांव क्यों घूमें,जनता को बेवकूफ बनाने का और प्रचार सहित हमदर्दी बटोराने का अच्छा रास्ता है,कुछ नेता भी याह रास्ता अपनाने के लिये गंभीर हैं.