पटना, 20 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह ने यहां गुरुवार को कहा कि विधानसभा चुनाव बिहार के 15 वर्षो का भविष्य तय करेगा। बिहार की जनता को न केवल सही फैसला करना है, बल्कि बड़ा फैसला करना है।
पटना में एक दैनिक समाचारपत्र के कार्यक्रम में शाह ने कहा, “हम जो कहते हैं वही हमने किया है। उनसे पूछो किसके दम पर ऐसा किया।”
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दावा करते हैं कि उनके नेतृत्व में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) बिहार का विकास कर सकता है। आखिर उनके कहने का आशय लालू के शासनकाल का है या उनके खुद का शासनकाल।
शाह ने कहा कि चुनाव विकास के मुद्दे पर होना चाहिए। जहां-जहां भाजपा की सरकार बनी, उन राज्यों में विकास हुआ।
भाजपा अध्यक्ष ने हालांकि मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले, छत्तीसगढ़ के चावल, नान, नमक व दवा घोटाले, कालेधन से धनराज बने ललित मोदी के साथ राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के करीबी रिश्ते और हिमाचल प्रदेश में प्रेमकुमार धूमल के शासनकाल में हुए घोटालों का जिक्र नहीं किया।
उन्होंने कहा, “आने वाला चुनाव बिहार के पांच साल का भविष्य तय नहीं करेगा, बल्कि आने वाले 15 सालों तक बिहार कैसे चलेगा, यह तय होना है। बिहार की जनता को बड़ा फैसला करना है। भाजपा बिहार में अन्य विकसित राज्यों की तरह विकास करना चाहती है।
बिहार के गौरवशाली इतिहास की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार का एक गौरवशाली इतिहास रहा है। सिकंदर भी मगध साम्राज्य के दबदबे के आगे पीछे लौट गया था। जयप्रकाश नारायण, कर्पूरी ठाकुर जैसे कई लोगों ने बिहार का नाम रोशन किया, परंतु 25 वर्ष से बिहार की परिस्थिति बदल गई।
उन्होंने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश ने जेपी, कर्पूरी ठाकुर के सिद्धांतों को तोड़ा है। कल तक भाजपा सांप्रदायिक नहीं थी, आज सांप्रदायिक हो गई।