चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय अनुशासन निगरानी समिति ने एक बयान जारी कर कहा कि जिनकी जांच की गई, उनमें ज्यादातर ऊर्जा, संचार, परिवहन और मशीन विनिर्माण से जुड़ी कंपनियों के अधिकारी हैं। इसमें ऊर्जा कंपनियों के 39 फीसदी अधिकारी शामिल हैं।
बयान के मुताबिक, इन 64 अधिकारियों में 56 फीसदी आरोपी केंद्र सरकार के स्वामित्व वाली कंपनियों के प्रमुख हैं।
चीन की केंद्रीय सरकार ने 2013 में सरकारी कंपनियों की जांच के लिए भ्रष्टाचार जांच निरीक्षक दल को भेजा था। इन्होंने केंद्र सरकार के स्वामित्व वाली सभी 55 सरकारी कंपनियों की जांच की।
चीन की विशालकाय तेल कंपनी चाइना पेट्रोलियम एंड केमिकल कॉरपोरेशन (सिनोपेक समूह) के पूर्व महाप्रबंधक वांग तियानपू की अप्रैल 2015 से जांच शुरू हुई। उन्हें रिश्वत लेने का दोषी पाया गया। इसके अलावा खुद के प्रमोशन के लिए लाभ की पेशकश और सरकारी संपत्ति के गबन का भी दोषी पाया गया।