वायु सेना के प्रवक्ता शेन जिनके के मुताबिक, चार फाइटर जेट- दो जे-10 तथा दो जेएच-7 लड़ाकू विमानों ने पूर्वोत्तर चीन के एक हवाईअड्डे से उड़ान भरा और सैन्य अभ्यास के बाद वापस लौट गए।
शेन ने कहा कि अन्य युद्धक विमानों को दिशा दिखाने के लिए एक केजे-200 अर्ली वार्निग विमान ने भी सैन्य अभ्यास में हिस्सा लिया।
ज्वाइंट सी-2015 (2) के नाम से यह सैन्य अभ्यास 20-28 अगस्त के बीच पीटर के खाड़ी क्षेत्र, क्लेर्क केप के तटीय इलाके तथा जापान सागर में किया जा रहा है।
चीन-रूस का यह इस साल का दूसरा संयुक्त नौसेना अभ्यास है।
अंतिम चीन-रूस नौसेना अभ्यास ज्वाइंट सी-(1) मई में भूमध्य सागर में हुआ था।