नई दिल्ली- तिब्बतियों के आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने सोमवार को यहां कहा कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की सार्वजनिक रूप से यह स्वीकारोक्ति कि चीन की संस्कृति में तिब्बत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, यह देश के रवैये में बदलाव का संकेत है।
उन्होंने कहा, “हाल में, राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पेरिस में सार्वजनिक रूप से कहा कि बौद्ध धर्मावलंबियों का चीन की संस्कृति में महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने यह बात भारत दौरे पर भी कही थी।”
दलाई लामा ने कहा, “तिब्बत के बौद्ध ज्ञान का संरक्षण चीनी संस्कृति के लिए काफी महत्वपूर्ण है। पिछले 20-30 सालों में किसी भी चीनी कम्युनिस्ट नेता ने तिब्बती संस्कृति के प्रति सम्मान जाहिर नहीं किया। अब चीजें बदल रही हैं।”
वह ‘एक विश्व, एक दृष्टिकोण, एक भविष्य’ की बात कर रहे थे।
दलाई लामा ने तिब्बत और चीन के बीच की समस्या को ‘मध्य मार्ग’ से सुलझाए जाने की जरूरत पर बल दिया।